जयपुर। कोरोना महामारी की दूसरी लहर अभी गई नहीं है। पिछले एक हफ्ते से नए मरीजों की संख्या बढ़ रही है, लेकिन राजस्थान के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा को इनसे कोई मतलब नहीं। उनके लिए लोगों को कोरोना से बचाना उतना महत्वपूर्ण नहीं, जितना अपना जन्मदिन मनाना और भीड़ जुटाकर अपनी वाहवाही कराना है। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के स्वास्थ्य मंत्री हैं डॉ. रघु शर्मा। सोमवार को उनका जन्मदिन था। सो मंत्रीजी ने जन्मदिन को भीड़ जुटाकर मनाने का मन बना लिया। उन्होंने राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन और आरयूएचएस कॉलेज की ओर से जयपुर के बिरला ऑडिटोरियम में हुए कार्यक्रम में शामिल होने का फैसला किया। यहां भीड़ जुटी। रघु शर्मा का अभिनंदन किया गया और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुआ।
आज जन्मदिन के अवसर पर राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन व आरयूएचएस कॉलेज द्वारा बिरला ऑडिटोरियम में आयोजित स्वैच्छिक रक्तदान शिविर, अभिनंदन समारोह व सांस्कृतिक कार्यक्रम में शिरकत की। pic.twitter.com/SSUJ2MR6t7
— Dr. Raghu Sharma (@RaghusharmaINC) July 26, 2021
मंत्रीजी इस पूरे वक्त ऑडिटोरियम में भीड़ इकट्ठा किए बैठे रहे। सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना प्रोटोकॉल का इससे उल्लंघन हुआ, लेकिन रघु शर्मा जी को इससे भला क्या लेना देना। एक तो नेता और ऊपर से मंत्री। ऐसे में अपनी वाहवाही और भीड़ के बीच अपनी मौजूदगी भला क्यों न दर्ज कराते।
खैर, यह वही राजस्थान है जहां कोरोना की पहली और दूसरी लहर में काफी हाहाकार मचा था। सीएम गहलोत को बीमारी से लोगों को बचाने के लिए तमाम जुगत लगाने पड़े थे। अब अगर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ही कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं करेंगे और भीड़ जुटाकर अपना जन्मदिन मनाएंगे, तो मरीज बढ़ने पर जिम्मेदारी किसकी होगी ? वह भी तब, जबकि कोरोना की दूसरी लहर ने तमाम घरों के चिराग बुझा दिए।
उम्मीद इसकी कम है कि गहलोत इस मामले में रघु शर्मा पर कोई कार्रवाई करेंगे। क्योंकि कार्रवाई तो पुलिस को ही पहले करनी थी, जो उसने की नहीं। अगर पुलिस ने कार्रवाई की होती, तो रघु शर्मा भीड़ जुटाकर अपना जन्मदिन यूं नहीं मना रहे होते।