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बेंगलुरु में ताक पर रखकर लॉकडाउन, शाही अंदाज से हुई पूर्व CM कुमारस्वामी के बेटे की शादी, सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां

जब एचडी कुमारस्वामी से इस बारे में सवाल हुआ था तो उन्होंने कहा था कि शादी को लेकर उनके पास सभी तरह की परमिशन मौजूद हैं।

बेंगलुरू। पूरे देश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। सरकार ने सोशल डिस्टेन्स बनाए रखने का लोगों को निर्देश दिया है। सोशल डिस्टेंसिंग का मतलब है किसी भी तरह का जमावड़ा न हो, न धार्मिक जमघट हो ना किसी उत्सव का, इसीलिए लगातार दूसरी बार लॉकडाउन लगाया गया है। लेकिन फिर भी कुछ लोग लॉकडाउन के नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं।

Lockdown India
बेशक लोगों के घर से निकलने पर सख्त पाबंदी है, लेकिन इन सब पाबंदियों से इतर शुक्रवार को कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बेटे निखिल कुमारस्वामी की शादी हुई। बेंगलुरु के रामनगर में बड़े शाही तरीके से निखिल की शादी हुई, जहां पर मीडिया के जाने की भी पाबंदी की गई थी।

अब बेंगलुरु में हुई इस शादी को लेकर कई तरह के सवाल भी खड़े हो रहे हैं, क्योंकि एक तरफ जहां पर देशभर में लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पाठ पढ़ाया जा रहा है। वहां पर दूसरी ओर इस तरह का वीवीआईपी ट्रीटमेंट देखने को मिल रहा है।


पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बेटे निखिल ने कांग्रेस सरकार में मंत्री रहे एम. कृष्णप्पा की भतीजी रेवती से शादी की है। रामनगर के एक फार्म हाउस में शाही शादी का आयोजन किया गया, भले ही मीडिया को जाने की इजाजत ना दी गई हो। लेकिन वेन्यू पर करीब 30-40 गाड़ियों का जमावड़ा जरूर देखा गया। यहां लॉकडाउन के नियमों की जमकर खिल्ली उड़ाई गई मगर फिर भी इस बात का कोई मलाल दिखाई नहीं दिया।

स्थानीय पुलिस का कहना था कि परिवार की ओर से कुछ गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन नंबर दिए गए थे, सिर्फ उन्हीं चुनिंदा गाड़ियों को कार्यक्रम में शामिल की अनुमति दी जा रही है।

बता दें अधिकारियों के मुताबिक लॉकडाउन के कारण केंद्र सरकार ने जो दिशानिर्देश जारी किए थे, उसके मुताबिक इस दौरान किसी भी बड़े कार्यक्रम के आयोजन को अनुमति नहीं दी जानी है। हालांकि, जब एचडी कुमारस्वामी से इस बारे में सवाल हुआ था तो उन्होंने कहा था कि शादी को लेकर उनके पास सभी तरह की परमिशन मौजूद हैं। इसके अलावा डॉक्टरों से भी कई तरह की सलाह ली गई हैं।

गौरतलब है कि कार्यक्रम में 70 से 100 के करीब लोगों के शामिल होने की इजाजत दी गई थी। इस कार्यक्रम की राज्य सरकार के आदेश पर वीडियो वीडियोग्राफी कराई गई जिसके सहारे प्रशासन को ये पता लगाने में आसानी होगी कि लॉकडाउन के नियमों का ठीक से पालन हुआ है या नहीं।

इस बारे में अब कर्नाटक के उपमुख्‍यमंत्री सीएन अश्‍वत्‍थनारायण ने कहा, ‘मैंने रामनगर डिप्‍टी कमिश्‍नर से रिपोर्ट मांगी है। मैं पुलिस सुप्रिटेंडेंट से बात करूंगा, हमें इसपर कार्रवाई करनी होगी।’मैं पुलिस अधीक्षक (SP) से बात करूंगा, हमें कार्रवाई करने की आवश्यकता है नहीं तो यह व्यवस्था का मजाक उड़ाना साबित होगा।