newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Rafale Jet : फ्रांस ने भारत को राफेल की दूसरी खेप सौंपी, चीन के J-20 पर भारी पड़ेगा ये लड़ाकू विमान

Rafale Jet : फ्रांस (France) ने भारत (India) को राफेल लड़ाकू विमानों (Rafale Jet) के अगले बैच को सौंप दिया है। इस बैच में शामिल पांचों विमान अभी फ्रांस की धरती पर ही मौजूद हैं।

नई दिल्ली। फ्रांस (France) ने भारत (India) को राफेल लड़ाकू विमानों (Rafale Jet) के अगले बैच को सौंप दिया है। इस बैच में शामिल पांचों विमान अभी फ्रांस की धरती पर ही मौजूद हैं। माना जा रहा है कि अक्टूबर में ये राफेल विमान भारत पहुंचेंगे। इन विमानों को पश्चिम बंगाल (West Bengal) में स्थित कलईकुंडा एयरफोर्स स्टेशन (Kalaikunda Air Force Station) पर तैनात किया जाएगा। जो चीन (China) से लगती पूर्वी सीमा की रखवाली करेंगे।

Rafale Jet

बता दें कि राफेल के पहले बैच में शामिल पांच विमानों को 10 सितंबर को एक औपचारिक कार्यक्रम के दौरान भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था।

अक्टूबर में भारत पहुंचेगी राफेल की दूसरी खेप

भारत में फ्रांस के राजदूत इमेनुअल लेनिन के मुताबिक राफेल फाइटर जेट के दूसरे बैच को भारत को सौंप दिया गया है। ये विमान अभी फ्रांस में हैं, अब भारतीय वायुसेना पर यह निर्भर है कि वे कब इन विमानों को भारत लाते हैं। उन्होंने भारतीय वायुसेना के पायलटों की तारीफ करते हुए उन्हें उत्कृष्ट करार दिया।

Rafale Jet

भारत ने राफेल में कराए मोडिफिकेशन

चीन से लगती सीमा में चरम तापमान को देखते हुए इस विमान में भारत ने अपने हिसाब से कुछ मोडिफिकेशन भी करवाएं हैं। जिससे कम तापमान में भी यह विमान आसानी से स्टॉर्ट हो सकता है। पहले बैच में भारत पहुंचे 5 राफेल विमानों के 250 घंटे से भी ज्यादा की उड़ान और फील्ड फायरिंग टेस्ट किए जा चुके हैं। इन विमानों को अंबाला में 17 गोल्डन एरो स्क्वाड्रन में शामिल किया गया है।

China Chengdu J-20

चीन के J-20 पर भारी पड़ेगा भारतीय राफेल

भारतीय राफेल के मुकाबले में चीन का चेंगदू J-20 और पाकिस्‍तान का JF-17 लड़ाकू विमान हैं। मगर ये दोनों ही राफेल के मुकाबले थोड़ा कमतर हैं। चीनी J-20 का मेन रोल स्‍टील्‍थ फाइटर का है, वहीं राफेल को कई कामों में लगाया जा सकता है। J-20 की बेसिक रेंज 1,200 किलोमीटर है जिसे 2,700 किलोमीटर तक बढ़ाया जा सकता है। J-20 की लंबाई 20.3 मीटर से 20.5 मीटर के बीच होती है। इसकी ऊंचाई 4.45 मीटर और विंगस्‍पैन 12.88-13.50 मीटर के बीच है यानी यह राफेल से खासा बड़ा है।