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Ghulam Nabi Azad:‘धारा 370 हो या CAA मैंने हमेशा PM मोदी को’…आजाद ने प्रधानमंत्री को लेकर फिर से कह दी ऐसी बात

Ghulam Nabi Azad: गुलाम नही आजाद भी जी -23 नेताओं की गिरोह में ही शुमार थे, जो कि खुद पार्टी गठित कर चुके हैं। उनके ऊपर मर्तबा बीजेपी के पक्ष में काम करने के आरोप कांग्रेस की ओर से लगाए जा चुके हैं। जिस पर आज उन्होंने चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने इंटरव्यू के दौरान कहा कि मैंने कई मुद्दों को लेकर प्रधानमंत्री की घेराबंदी की जिसमें सीएम और अनुच्छेद 370 जैसे मसले शामिल रहे।

नई दिल्ली। क्या कांग्रेस के कुछ नेता बीजेपी के संपर्क में हैं? क्या कांग्रेस नेता बीजेपी के साथ मिलकर अपनी पार्टी की लुटिया डुबो रहे हैं? क्या कांग्रेस में कुछ नेताओं ने अपनी पार्टी की नईया डुाबने का कॉन्ट्रेक्ट पीएम मोदी या बीजेपी के साथ किया है? यह कुछ ऐसे सवाल हैं, जिन्हें लेकर आमतौर पर चर्चाएं होती हैं, लेकिन ध्यान रहे कि सिर्फ चर्चाएं ही होती हैं। आज तक कभी इन सवालों के जवाब नहीं मिल पाए हैं, लेकिन कांग्रेस के पूर्व नेता व जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने एक इंटरव्यू में इन सभी सवालों के जवाब तफसील से दिए हैं। आइए, आगे आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है।

गुलाम ने पहले तो पीएम मोदी की तारीफ की और बाद में उपरोक्त सवालों का जवाब दिया। दरअसल, उनसे सवाल किया गया था कि पार्टी के जी -23 नेताओं के बारे में कहा जाता है कि ये बीजेपी के संपर्क में हैं और बीजेपी के इशारे पर काम कर रहे हैं। इन्हीं लोगों की वजह से पार्टी की स्थिति दुरूस्त नहीं हो पा रही है, जिस पर आज गुलाम नहीं आजाद ने तफसील से सबकुछ बताया। पहले तो आप यह जान लीजिए कि जी-23 कांग्रेस में ऐसे नेताओं का समूह हुआ करता था, जिसने हमेशा पार्टी में आधारभूत बदलाव की पैरोकारी की। कई बार पार्टी में बदलाव को लेकर शीर्ष नेतृत्व को खत भी लिखा। ऐसा करने वाले पार्टी में 23 नेता थे, जिन्हें बाद में जी -23 नाम मिला था। हालांकि, अब यह समूह खत्म ही हो चुका है, चूंकि इसके अधिकांश नेता दूसरे दलों का दामन थाम चुके हैं। जहां एक तरफ गुलाम नबी आजाद कांग्रेस को अलविदा कहकर अपनी पार्टी का गठन कर चुके हैं, तो वहीं कपिल सिब्बल सपा का दामन थाम चुके हैं और शशि थरूर को शीर्ष नेतृत्व से अपेक्षित सहयोग मिलने की गुंजाइश नजर आती है।

Sonia Gandhi Gulam Nabi Azad

बता दें कि गुलाम नबी आजाद भी जी -23 नेताओं के गिरोह में ही शुमार थे, जो कि खुद की पार्टी गठित कर चुके हैं। उनके ऊपर कई मर्तबा बीजेपी के पक्ष में काम करने के आरोप कांग्रेस की ओर से लगाए जा चुके हैं। जिस पर आज उन्होंने चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने इंटरव्यू के दौरान कहा कि मैंने कई मुद्दों को लेकर प्रधानमंत्री की घेराबंदी की जिसमें सीएए और अनुच्छेद 370 जैसे मसले शामिल रहे। गुलाम ने कहा कि मैंने उनके साथ जो कुछ भी हुआ है, उसके लिए मुझे उन्हें श्रेय देना चाहिए। वे बहुत ही उदार थे। एक विपक्षी नेता के रूप में मैंने उन्हें कभी नहीं बख्शा था। लेकिन हमारे बीच कभी एक-दूसरे के दुर्भावना नहीं रही।

PM Narendra Modi And Gulam nabi

वहीं, उनसे जब जी-23 नेताओं के समूह को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि कांग्रेस में ही कुछ लोग कहते हैं कि जी-23 के लोग बीजेपी के लिए काम करते हैं, तो मैं कहना चाहता हूं कि मैं अब खुद की पार्टी गठित कर चुका हूं, लेकिन अब इस समूह के कई लोग आज भी वैसे ही हैं, जैसे कि पहले थे। बीजेपी को इन लोगों ने कौन-सा महासचिव और महामंत्री जैसे पद दिया है, तो ऐसे में इस तरह के आरोप लगाना कि जी-23 नेता बीजेपी के लिए काम करती है। बिल्कुल गलत है। यह अपने आप में बेबुनियाद आरोप है, जिसमें बिल्कुल भी सत्यता नहीं है।

ध्यान रहे कि गत वर्ष गुलाम नहीं आजाद ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अपना इस्तीफा भेजा था। जिसमें उन्होंने कांग्रेस में अपने 50 साल के अनुभव को शब्दों में साझा किया था और वर्मतान में किस तरह से पार्टी में कुछ कनिष्ठ नेताओं द्वारा वरिष्ठ नेताओं को उपेक्षित किया जा रहा है, उसका भी जिक्र किया था। बता दें कि गुलाम के इस पत्र के बाद बीजेपी ने कांग्रेस की कार्यप्रणाली पर सवाल भी उठाए थे, जिसे लेकर बीजेपी और कांग्रेस आमने सामने आ चुकी थी। बहरहाल, अब यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।