नई दिल्ली। बीते शनिवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी एक बार फिर से विवादों के सैलाब में इस कदर सराबोर हो गए, जिसमें कांग्रेस की डुबती नईया ही मानो बह गई। पहले से ही दुर्गति के कहर का शिकार हो चुकी देश की सर्वाधिक पुरानी पार्टी के नवांकुर से लेकर प्राचीनतम नेताओं को राहुल गांधी से बड़ी ही उम्मीदें हैं। संभवत: यह उन्हीं उम्मीदों का नतीजा है कि एक बार फिर से कांग्रेस की कमान राहुल गांधी को सौंपे जाने की मांग जोर पकड़ रही है। लेकिन, खुद को सिद्धांतवादी नेताओं की फेहरिस्त में शुमार करने की जद्दोजहद में जुटे राहुल खुद ही पार्टी की बागडोर अपने हाथों में लेने से गुरेज कर रहे हैं। लेकिन, वर्तमान में उनकी गतिविधियों से साफ जाहिर होता है कि बेशुमार विफलताओं का स्वाद चखने के बावजूद भी अभी तक उनमे सियासी समझ विकसित नहीं हो पाई है। यह उस का नतीजा है कि वे हमेशा किसी ना किसी मसले को लेकर विवादों की दरिया में गोता लगाते ही रहते हैं।
बीते शनिवार को ही विवादित बयान देने वाले पादरी जॉर्ज पोन्नैया से मुलाकात कर राहुल खुद को बीजेपी के निशाने पर ले आए। दरअसल, पादरी ने राहुले गांधी को यीशु मसीह के बारे में बताया और इस बीच यह भी कहा कि यीशु मसीह ही सच्चा ईश्वर है। इस बीच पादरी पर आरोप है कि उन्होंने हिंदू देवी-देवताओं के संदर्भ में विवादित बयान भी दिया था, लेकिन राहुल गांधी कथित तौर पर मौन रहे। उन्होंने पादरी की बातों पर कोई भी आपत्ति नहीं जताई जिसके बाद वे एक बार फिर से अपने विरोधी बीजेपी के निशाने पर आ गए। शनिवार को इस मसले को लेकर कांग्रेस और बीजेपी के बीच वाकयुद्ध भी देखने को मिला। उधर, इस संदर्भ में आज जब मीडिया द्वारा कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह से राहुल गांधी की पादरी से मुलाकात पर सवाल किया गया, तो उन्होंने जिस तरह का जवाब दिया है, उसे जानने के बाद लोगों का गुस्सा उन पर भड़क रहा है। दरअसल, मीडिया ने उनसे सवाल किया कि आखिर राहुल गांधी ने यह जानने के बावजूद भी कि यह पादरी विवादित है।
अपने विवादित बयानों को लेकर कई मर्तबा कोर्ट की फटकार भी खा चुके हैं। तो ऐसे में राहुल ने उनसे क्यों मुलाकात की? आखिर इसके पीछे वजह क्या रही? जिस पर कांग्रेस नेता कहा कि यह विवाद जनता में नहीं, बल्कि बीजेपी में है। कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि अगर कुछ बीजेपी के लिए विवादित बयान है, तो हमारे लिए सद्भावना संदेश है। जिसके बाद अब यह सवाल भी उठ रहे हैं कि क्या भारत माता को गाली देना भी कांग्रेस के लिए सद्भावना का संदेश है। दरअसल, ऐसा इसलिए कहा जा रहा है, क्योंकि आज से कुछ वर्ष पहले भी पादरी जॉर्ज भारत माता के संदर्भ में की गई अपनी अभद्र टिप्पणी को लेकर भी चर्चा में आया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि हम जूते पहनते हैं, क्योंकि भारत माता की गंदगी हम पर ना पड़े। तमिलनाडु सरकार ने हमें मुफ्त जूते दिए हैं। यह भूमिदेवी खतरनाक है, इससे आपको खुजली हो सकती है।”
इतना ही नहीं, उत्त पादरी ने पीएम मोदी और अमित शाह के संदर्भ में भी अभद्र टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था कि “मोदी के आखिरी दिन दयनीय होने वाले हैं। मैं इसे लिखित में दे रहा हूं। अगर हम जिस भगवान की पूजा करते हैं वह एक सच्चे भगवान हैं, तो इतिहास देखेगा कि मोदी और अमित शाह को कुत्ते और कीड़े खाएंगे। अब हम बहुमत में हैं (कन्याकुमारी में). हम 42 प्रतिशत से बढ़कर 62 प्रतिशत को पार कर चुके हैं। जल्द ही हम 70 प्रतिशत हो जाएंगे। आप हमें रोक नहीं सकते। मैं इसे अपने हिंदू भाइयों को चेतावनी के तौर पर कह रहा हू।”
भारत माता को गाली देना कांग्रेस के लिए सद्भावना का संदेश – दिग्विजय सिंघ pic.twitter.com/N0QkOZtdE3
— Tajinder Pal Singh Bagga (@TajinderBagga) September 11, 2022
बता दें कि पादरी के इस बयान का खूब विरोध हुआ था। बयान के विरोध में तमिलनाडु के कई अलग-अलग थानों में उनके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई थी। जिसके बाद मद्रास हाईकोर्ट से उन्हें फटकार भी पड़ी थी और इतना ही नहीं, इन सब परिस्थितियों के बाद उन्हें सार्जनिक तौर पर माफी मांगनी पड़ी थी। ऐसी स्थिति में भारत जोड़ो अभियान को नई उड़ान देते हुए बीते शनिवार को राहुल गांधी जब पादरी जॉर्ज पुनिया से मुखातिब हुए, तो उन्होंने कथित तौर पर जिस तरह यीशु मसीह को लेकर सच्चा ईश्वर बताया है और हिंदू देवी देवताओं के संदर्भ में अभद्र टिप्पणी की है, उसे लेकर अब बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर हो चुकी है।
ये कांग्रेसी और उनके चमचे खुद ही देश की गंदगी है।
— विक्रम (@vikram4dec) September 11, 2022
इनको रास्ते में कोई….
— Hina Pahadi (@Hina05870302) September 11, 2022
दिग्विजय सिंह जीकी तो सांस फूलने लगी ? इनको कोई बैठाओ, वरना कुछ और ही जोड़ना पड़ेगा
— Vishoka M?? (@Vishokha) September 11, 2022
इसकी साँसें तो उसी दिन फूल गयी थी जब वो ऐंकर इसके घर के बाहर आकर खड़ी हो गयी थी ??
— Tony Soprano (@CuteYapa) September 11, 2022
जो खुद एक गंदगी हे भारत के लिये वो चले हे भारत कि जमीन को गंदगी कहने…
— ??卐 ? ॐकिरण ?卐 ?? (@Kthasal722) September 11, 2022
Ponniah proposes, God disposes.
— jaya_jaya_bharatham (@BharathamJaya) September 11, 2022
अब ऐसी स्थिति में दोनों ही दलों के बीच जारी यह वाकयुद्ध आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देंश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए आप पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम