नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की संसद सदस्यता बहाल होने के बाद अब 12 तुगलक रोड स्थित सरकारी बंगला उन्हें आवंटित कर दिया गया है। बता दें कि बीते दिनों मोदी उपनाम मामले में दोषी करार दिए जाने और दो साल की सजा सुनाए जाने के बाद उन्हें सरकारी बंगला खाली करना पड़ा था। जिसके बाद वो अपनी मां सोनिया गांधी के आवास में रहने लगे, चूंकि जनप्रतिनिधित्व कानून के मुताबिक, जब किसी राजनेता को किसी मामले में दो साल या उससे अधिक की सजा सुनाई जाती है, तो उसकी संसद सदस्यता रद कर दी जाती है, जैसा कि बीते दिनों राहुल के साथ हुआ। हालांकि, मोदी सरनेम मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद राहुल ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया, जहां उन्हें अब बड़ी राहत मिल चुकी है। उधर, राहत मिलने के अब राहुल आगामी 12 और 13 अगस्त को वायनाड जाएंगे। ध्यान दें कि बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने मोदी उपनाम प्रकरण में सुनवाई के दौरान सूरत की निचली अदालत से सवाल किया था कि आखिर किस आधार पर राहुल को दो साल की सजा सुनाई गई। इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा था कि किसी राजनेता की संसद सदस्यता रद होने से उसके संसदीय क्षेत्र के लोगों को भी सियासी मोर्चे पर नुकसान का सामना करना पड़ता है।
#WATCH | “Mera ghar poora Hindustan hai,” says Congress MP Rahul Gandhi when asked for a reaction on getting back his official residence as an MP
He has arrived at the AICC Headquarters for a meeting with the leaders of Assam Congress. pic.twitter.com/MZ97d2Aajm
— ANI (@ANI) August 8, 2023
वहीं, बीते सोमवार को राहुल की संसद सदस्यता बहाल कर दी गई। जिसके बाद वो संसद पहुंचे, जहां उनके पार्टी के नेताओं उनका जोरदार तरीके से स्वागत किया। ध्यान दें कि राहुल की संसद सदस्यता ऐसे वक्त में बहाल की गई है, जब संसद में मणिपुर मु्द्दे को लेकर केंद्र मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष द्वारा अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है। जिस पर अभी चर्चा का सिलसिला जारी है। बता दें कि आज राहुल के संसद आने की चर्चा थी, लेकिन वो नहीं पहुंचे, जिसके बाद कांग्रेस की ओर से गोरव गोगोई ने चर्चा की शुरुआत की। जिस पर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने तंज कसते हुए कहा कि शायद राहुल आज देर से उठे होंगे, इसलिए संसद नहीं पहुंच पाए।
हालांकि, हम उन्हें सुनने के लिए उत्सुक थे। लेकिन वो नहीं पहुंचे। इस बीच निशिकांत दुबे ने सोनिया गांधी पर भी तंज कसा। जिसमें उन्होंने कहा कि सोनिया के पास महज दो ही टारगेट है। पहला अपने बेटे राहुल को सेट करना और दूसरा अपने दामाद को भेंट करना। बता दें कि अविश्वास प्रस्ताव पर तीन दिनों तक चर्चा जारी रहेगी। इसके बाद चर्चा के आखिरी दिन यानी की 10 अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस पर जवाब देंगे। अब तक विपक्ष 27 बार सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ला चुका है। इससे पहले साल 2018 में भी विपक्षी दल केंद्र सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई थी, लेकिन संख्याबल कमजोर होने की वजह से यह सदन में पारित नहीं हो पाया था। वहीं, अब मणिपुर मुद्दे को लेकर एक बार फिर से विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव का सहारा लिया है।