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Coronavirus: सरकार ने बताया देश में लैम्बडा वेरिएंट की पुष्टि नहीं, लेकिन पर्यटन स्थलों से आई तस्वीर पैदा कर रही कोरोना के तीसरी लहर का अंदेशा

Coronavirus: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोरोना महामारी अभी जल्द समाप्त नहीं होने वाली इसलिए आत्मसंतोष की गुंजाइश नहीं है। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘देश अभी महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है और हमें आत्मनिरीक्षण करना होगा कि क्या हम इस भ्रामक धारणा को तो नहीं मान बैठे कि कोविड-19 समाप्त हो गया है।’’

नई दिल्ली। देश में कोरोनावायरस की दूसरी लहर अभी थमी नहीं की लगने लगा है कि जिस तरह से लोग कोरोना नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं जल्द ही देश को कोरोना की तीसरी लहर का सामाना करना पड़ सकता है। पिछले 5 दिनों में कोरोना से संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं। वहीं कई जगहों पर कोरोना के नए वेरिएंट ने भी दस्तक दी है। इस सब के बीच कोरोना की दूसरी लहर के कमजोर होने के साथ लोग लापरवाही बरतने लगे हैं। ऐसे में केंद्र सरकार लगातार इस बात का अंदेशा जता रही है कि कोरोना की तीसरी लहर से भी लोगों को जूझना पड़ सकता है।

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केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से आज हुई प्रेस कांफ्रेंस में सख्त चेतावनी देते हुए कहा गया है कि देश में सामने आ रहे कोरोना के कुल नए मामलों में से 32 फीसदी केरल और 21 फीसदी महाराष्ट्र से सामने आ रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोरोना महामारी अभी जल्द समाप्त नहीं होने वाली इसलिए आत्मसंतोष की गुंजाइश नहीं है। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘देश अभी महामारी की दूसरी लहर से जूझ रहा है और हमें आत्मनिरीक्षण करना होगा कि क्या हम इस भ्रामक धारणा को तो नहीं मान बैठे कि कोविड-19 समाप्त हो गया है।’’

पर्यटन स्थलों से आई तस्वीर पैदा कर रही तीसरी लहर के आने का अंदेशा

सरकार ने कहा कि पर्यटन स्थलों से आने वाली तस्वीरें और बिना कोरोना प्रोटोकॉल के लोगों की भीड़ लगने के दृश्य चिंता की गंभीर वजह हैं और ऐसी लापरवाही से वायरस का खतरा बढ़ेगा। स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने रूस और ब्रिटेन समेत कुछ देशों में संक्रमण के मामलों में हाल में हुए इजाफे का जिक्र करते हुए लोगों को आगाह किया।


उन्होंने मास्क पहनने और एक-दूसरे से निश्चित दूरी रखने जैसे कोविड-19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि 17 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 66 जिलों में कोविड-19 की संक्रमण दर आठ जुलाई को समाप्त हुए सप्ताह में 10 प्रतिशत से अधिक थी।

गर्भवती महिलाएं जरूर लगवाएं कोरोना का टीका


नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने कहा कि गर्भवती महिलाओं में कोविड-19 से समय पूर्व प्रसव जैसे जोखिम बढ़ सकते हैं इसलिए उनका वैक्सीन लगवाना जरूरी है। वीके पॉल ने कहा गर्भवती महिलाओं में कोविड की गंभीरता बढ़ जाती है इसलिए जरूरी है कि हम गर्भवती महिलाओं को वैक्सीन लगवाएं। अगर गर्भवती महिलाओं को कोरोना होता है तो समय से पहले डिलीवरी होने की संभावना बढ़ जाती है वहीं इससे पहले आईसीएमआर की महामारी विज्ञान और संक्रामक रोग विभाग प्रमुख डॉ. समीरन पांडा ने कहा था कि स्तनपान कराने वाली माताओं को बिना किसी झिझक के COVID-19 के खिलाफ खुद को टीका लगवाना चाहिए।

केरल और महाराष्ट्र से आ रहे सबसे ज्यादा मामले

अग्रवाल ने आगे कहा देश मे कोरोना के 53% केस महाराष्ट्र और केरल से हैं। पिछले एक हफ्ते की बात करें तो महाराष्ट्र में 21 फीसदी केस आए हैं और केरल में 32 % केस आए हैं। अग्रवाल ने कहा कि जब देश में मामले बढ़ रहे थे, हमारा ध्यान ज्यादा से ज्यादा टेस्ट करने पर था, यहां तक कि मामलों की संख्या कम होने पर भी हम जितने टेस्ट कर सकते थे, करते रहे। उन्होंने कहा कि कोताही न हो नहीं तो कोरोना के केस फिर से बढ़ने का खतरा है। लव अग्रवाल ने बताया कि देश में रोजाना आने वाले कोरोना वायरस के मामलों में गिरावट देखी गई है। पिछले हफ्ते कोरोना के मामलों में 8 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। 80 फीसदी नए मामले 90 जिलों में सामने आए हैं।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कई देशों में तीसरी लहर हो चुकी है शुरू


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि यूनाइटेड किंगडम, रूस और बांग्लादेश जैसे देशों में कोरोना वायरस के मामलों (Coronavirus Cases) में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। ऐसे में हमें सभी सावधानियों को बरतना जारी रखना होगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि हम अभी भी कोरोना वायरस की दूसरी लहर से जूझ रहे हैं। हमें कोविड उपयुक्त व्यवहार का पालन करना होगा। अग्रवाल ने सख्त लहजे में कहा कि छूट देने का मतलब नही कोविड खत्म हुआ है। सोचने की जरूरत है कि कैसे कोविड के अनुसार अपने आचरण को जारी रखना है। अग्रवाल ने कहा कि केंद्र की स्टेट के साथ मिलकर कोरोना संक्रमण को कंट्रोल करने की कोशिश हो रही है। मंत्रालय ने बताया कि रिकवरी रेट में काफी बढ़ोत्तरी हुई है और यह 97 प्रतिशत के करीब पहुंच गई है।

कोरोनावायरस के लैम्बडा स्वरूप का कोई मामला अभी तक नहीं


सरकार ने कहा कि भारत में कोरोना वायरस के लैम्बडा स्वरूप का कोई मामला नहीं देखा गया है। लेकिन कई जगहों पर कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट के मिलने की पुष्टि हुई है जो चिंता का विषय है। इसके साथ ही देश में कोरोना के kappa Variant ने भी दस्तक दी है जिससे देश में हड़कंप मच गया है। हालांकि यह वेरिएंट 2020 से ही देश में है और इसका प्रसार उतना तेज नहीं है जितना बताया जा रहा है।