नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के हाथरस को लेकर राजनीति अभी भी जारी है। इस मामले को लेकर जहां कांग्रेस की महासचिव प्रिंयका गांधी और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी हाथरस पहुंचकर पीड़िता के परिवार से मिलकर उनका दुख-दर्द बांटने की बात कर रहे हैं वहीं कांग्रेस के एक नेता को भड़काऊ भाषण देने के आरोप में यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि कांग्रेस नेता श्योराज जीवन को लेकर भड़काऊ भाषण देने के आरोप में अलीगढ़ के थाना गांधी पार्क इलाके से उनके आवास पर समन भेजकर पुलिस के सामने हाजिर होने को कहा था। इस समन को लेकर जब श्योराज जीवन थाना हाथरस पहुंचे तो पुलिस ने उनसे पूछताछ की और पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया। वहीं इस दौरान कांग्रेसी नेता ने मीडिया के किसी भी सवाल का जवाब देने से साफ तौर पर इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि जो भी बात मैें पुलिस को बताऊंगा वह मीडिया के सामने उजागर बिल्कुल भी नहीं करूंगा।
बता दें कि कांग्रेसी नेता श्योराज जीवन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें योगी सरकार ने सख्त रुख अपनाया था। इतना ही नहीं श्योराज अपने भाषण में आरोपियों के हाथ काटने और आंखें निकालने की धमकी देते नजर आए थे। हाथरस मामले की बात करें तो इस मामले को लेकर यूपी में जातीय दंगा कराने की साजिश भी उजागर हुई है। इस मामले में भी हिंसा भड़काने की साजिश में श्योराज जीवन की भूमिका की जांच हो रही है।
वीडियो में श्योराज कहते दिख रहे थे, ‘आज हम गांव में बैठे हैं। इस गांव में एक बहादुर बेटी रहती थी। आरोपियों ने उसकी अस्मत लूटने का प्रयास किया। आज हम यहां एकत्रित हुए हैं। मैं अपने समाज से यह कहने आया हूं कि अपने को कमजोर मत समझना। हमारी बहनों की तरफ यदि किसी ने हाथ उठाया तो हम उसका हाथ काट देंगे।’
Rahul Gandhi & Sonia Gandhi’s close aide Congress’ Dalit leader Shyoraj Jivan Valmiki admits Congress has planned Riots in Hathras. pic.twitter.com/mWbQl1s64E
— Political Kida (@PoliticalKida) October 7, 2020
वहीं एक प्राइवेट न्यूज चैनल ने जब श्योराज से इस बयान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, ‘ये सब बोलने के लिए मुझे मजबूर किया गया। एक अमित नाम का व्यक्ति कुछ दिनों पहले मुझसे मिला। वह अलीगढ़ में हिंसा कराना चाहता था। अमित ने अलीगढ़ में दंगा कराने के लिए हर तरह की मदद पहुंचाने की बात कही। मैंने इसकी शिकायत पुलिस के अधिकारी से की।’