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BJP: नरेंद्र मोदी को ‘असहिष्णु’ बतानेवाली कांग्रेस पर हेमंत बिस्वा सरमा का कटाक्ष, कांग्रेसी नेता “सहिष्णु” गांधी परिवार को छोड़कर क्यों जा रहे हैं?

BJP: असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस के द्वारा प्रधानमंत्री मोदी पर किए जा रहे हमले और भाजपा सरकार को असहिष्णु बताने पर जमकर निशाना साधा है। शर्मा ने ट्वीट कर लिखा कि कहते हैं मोदी जी असहिष्णु हैं। फिर क्यों इतने सारे वरिष्ठ कांग्रेसी नेता “सहिष्णु” गांधी परिवार को छोड़कर मोदीजी के साथ काम करना चाहते हैं? जनता से कटे हुए एक भ्रमित तानाशाह के लिए काम करने के बजाय लोग लोकतांत्रिक संस्कृति में काम करना पसंद करते हैं।

नई दिल्ली। कांग्रेस के देशभर में गिरता जनाधार जितना पार्टी के लिए चिंता का विषय है उससे ज्यादा पार्टी के लिए चिंता का विषय यह है कि कांग्रेस के कई दिग्गज नेता लगातार पार्टी का साथ छोड़कर भाजपा का दामन थाम रहे हैं। जिसकी वजह से पार्टी और कमजोर होती जा रही है। कांग्रेस पार्टी और उनके आलाकमान की कार्यशैली से खफा होकर पिछले साल ही कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने सोनिया गांधी को पत्र लिखकर अपनी आपत्ति दर्ज कराई थी। इसमें से कई नेता आज भी पार्टी के कामकाज के तरीके से दुःखी नजर आते हैं। पश्चिम बंगाल के साथ चार अन्य राज्यों के चुनाव में कांग्रेस की जो दुर्गती हुई उसके बाद से तो पार्टी के भीतर कलह साफ दिखने लगी है।

पार्टी से वरिष्ठ नेता का साथ छोड़ना लगातार जारी है। सबसे पहले हेमंत बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी के व्यवहार से खफा होकर पार्टी का दामन छोड़ा और असम में पार्टी का जनाधार खतरे में आ गया। पूरे नॉर्थ ईस्ट के सातों राज्यों में जहां कांग्रेस की तूती बोलती थी वहां आज कांग्रेस की हालत किसी से छुपी नहीं है। हेमंत बिस्वा सरमा तो भाजपा के आसम में सरकार बनने के बाद बिप्लब देब सरकार में मंत्रीमंडल में शामिल हुए तो वहीं अब इस बार उनको वहां के मुख्यमंत्री के तौर पर भाजपा आलाकमान ने तरजीह दी। वहीं कांग्रेस से खफा मध्य प्रदेश के कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी पार्टी से अलग होकर भाजपा का दामन थामा तो मध्य प्रदेश में कमलनाथ की सरकार चली गई। सचिन पायलट भी पार्टी से खासे नाराज चल रहे हैं। वहीं आज जितिन प्रसाद ने पार्टी का दामन छोड़कर भाजपा के साथ चलना स्वीकार कर लिया है।

ऐसे में असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस के द्वारा प्रधानमंत्री मोदी पर किए जा रहे हमले और भाजपा सरकार को असहिष्णु बताने पर जमकर निशाना साधा है। शर्मा ने ट्वीट कर लिखा कि कहते हैं मोदी जी असहिष्णु हैं। फिर क्यों इतने सारे वरिष्ठ कांग्रेसी नेता “सहिष्णु” गांधी परिवार को छोड़कर मोदीजी के साथ काम करना चाहते हैं? जनता से कटे हुए एक भ्रमित तानाशाह के लिए काम करने के बजाय लोग लोकतांत्रिक संस्कृति में काम करना पसंद करते हैं।

भाजपा में शामिल होते ही जितिन प्रसाद पर भद्दे कमेंट की बौछार, MP कांग्रेस ने बताया ‘कूड़ा’

कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद बुधवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। उन्होंने दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में रेल मंत्री पीयूष गोयल की मौजूदगी में पार्टी का दामन थामा। जितिन प्रसाद के भाजपा ज्वाइन करने पर मध्य प्रदेश कांग्रेस की ओर से एक ट्वीट किया गया, जिसमें जितिन प्रसाद की तुलना कूड़े से और भाजपा की तुलना कूड़ेदान से की गई है।

मध्य प्रदेश कांग्रेस ने ट्वीट में लिखा, “जितिन प्रसाद के जाने से कांग्रेस खुश है- यह एक कूड़ा कूड़ेदान में डालने जैसी सामान्य क्रिया है।” फिलहाल मध्य प्रदेश कांग्रेस द्वारा किया गया यह ट्वीट ऑनलाइन मौजूद नहीं है। इसे डिलीट कर दिया गया है।

कांग्रेस में बड़ी सेंधमारी, राहुल गांधी के करीबी नेता ने थामा बीजेपी का दामन

उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है। बुधवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के बड़े नेता जितिन प्रसाद (Jitin Prasada) भारतीय जनता पार्टी (BJP) में शामिल हो गए हैं। जितिन प्रसाद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल (Union Miniter Piyush Goyal) की मौजूदगी में बीजेपी मुख्यालय में बीजेपी में शामिल हुए।

भाजपा में शामिल होने के बाद जितिन प्रसाद ने कहा कि, मेरा कांग्रेस पार्टी से 3 पीढ़ियों का साथ रहा है। मैंने ये महत्वपूर्ण निर्णय बहुत सोच, विचार और मंथन के बाद लिया है। आज सवाल ये नहीं है कि मैं किस पार्टी को छोड़कर आ रहा हूं बल्कि सवाल ये है कि मैं किस पार्टी में जा रहा हूं और क्यों जा रहा हूं।

जितिन प्रसाद ने कहा, मैंने पिछले 8-10 सालों में ये महसूस किया है कि आज देश में अगर कोई असली मायने में संस्थागत राजनीतिक दल है तो भाजपा है। बाकी दल तो व्यक्ति विशेष और क्षेत्र के हो गए मगर राष्ट्रीय दल के नाम पर भारत में कोई दल है तो भाजपा है।

इससे पहले जितिन प्रसाद केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के आवास पहुंचे। बता दें कि जितिन प्रसाद उन 23 नेताओं में शामिल थे, जिन्होंने कांग्रेस के नेतृत्व में बदलाव और इसे और ज्यादा सजीव बनाने के लिए पत्र लिखा था।

जितिन प्रसाद एक राजनीतिक परिवार से नाता रखते हैं। उनके पिता जितेंद्र प्रसाद कांग्रेस के उपाध्यक्ष रह चुके हैं। जितिन प्रसाद ने 2001 में भारतीय युवा कांग्रेस में सचिव बनकर करियर शुरू किया था। जितिन ने पहली बार 2004 में अपने गृह क्षेत्र शाहजहांपुर से लोकसभा चुनाव लड़कर जीत हासिल की। इसके बाद मनमोहन सरकार में वर्ष 2008 में वह केंद्रीय राज्य इस्पात मंत्री बने। 2009 में परसीमन के कारण सीट बदल गई और जितिन को 15वीं लोकसभा के लिए धौरहरा से चुनाव लड़ना पड़ा। यहां से भी वो जीते और फिर मनमोहन सरकार में मंत्री रहे। यूपीए सरकार में वह सड़क निर्माण एवं राजमार्ग मंत्रालय, मानव संसाधन, इस्पात जैसे मंत्रालयों में मंत्री रहे।

जितिन प्रसाद के BJP में शामिल होते ही CM योगी-सिंधिया का बड़ा बयान, कह दी ये बात…

भाजपा में शामिल होने के बाद जितिन प्रसाद ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। इस दौरान उनके साथ केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी मौजूद रहे।

वहीं जितिन प्रसाद के भाजपा में शामिल होने पर ज्योतिरादित्य सिंधिया का बयान सामने आया है। मीडिया से बात करते हुए सिंधिया ने कहा कि, मुझे खुशी है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में भाजपा में शामिल हो रहे हैं। वह मेरे छोटे भाई हैं और मैं उनके लिए खुश हूं।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जितिन प्रसाद के भाजपा में शामिल होने पर खुशी जताई। उन्होंने ट्वीट कर लिखा, कांग्रेस छोड़कर भाजपा के वृहद परिवार में शामिल होने पर जितिन प्रसाद जी का स्वागत है। जितिन प्रसाद जी के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने से उत्तर प्रदेश में पार्टी को अवश्य मजबूती मिलेगी।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जितिन प्रसाद के भाजपा में शामिल होने पर खुशी जताते हुए कहा कि, मुझे पूर्ण विश्वास है कि उनके पार्टी में शामिल होने से उत्तर प्रदेश में भाजपा के जनसेवा के संकल्प को और मजबूती मिलेगी।