नई दिल्ली। झारखंड में लंबे समय से चल रहे सियासी घमासान के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Hemant Soren) ने विश्वास मत जीत लिया है। सरकार के पक्ष में 48 वोट पड़े हैं। उधर भारतीय जनता पार्टी ने सदन से वॉकआउट कर लिया। आज सोमवार को हेमंत सोरेन की तरफ से विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया था। एक दिन पहले रविवार देर रात विधायक दल की बैठक भी हुई थी। इसी बैठक में विश्वास प्रस्ताव का फैसला लिया गया था।
बता दें, लंबे समय से हेमंत सोरेन की तरफ से ये दावा किया जा रहा था कि उनके पास बहुमत है। भारतीय जनता पार्टी कितनी ही कोशिश क्यों न कर लें पर उनके विधायकों को प्रभावित नहीं कर सकती। वहीं, बीजेपी की तरफ ये यही कहा जा रहा था कि विश्वास मत लाने की जरूरत क्यों पड़ रही है। हालांकि जैसे ही सदन में विश्वास मत की प्रकिया शुरू हुई वैसे ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान हेमंत सोरेन के पक्ष में 48 विधायकों ने मत डाला।
झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा में विश्वासमत जीता।
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— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 5, 2022
सदन में विपक्ष ने किया हंगामा
आज सोमवार को विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले बीजेपी की तरफ से प्रदर्शन देखने को मिला। बीजेपी ने कहा कि हेमंत सोरेन सरकार का जनता से कोई लेना-देना नहीं है। वो बस अपनी सरकार बचाना चाहते हैं। सदन के अंदर भी बीजेपी के कुछ विधायकों ने भी वेल में आकर हंगामा किया। इस दौरान बीजेपी ने दुमका के अंकिता हत्याकांड मामले के अलावा कई मुद्दों पर भी सवाल खड़े किए।
आज ये ऐसी स्थिति पैदा करना चाहते हैं कि एक राज्य को दूसरे राज्य से लड़ाने में लगे हुए हैं। ये गृह युद्ध की स्थिति पैदा करना चाहते हैं और दंगा कर चुनाव जीतना चाहते हैं लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि जब तक यहां UPA की सरकार है तब तक ऐसे मंसूबे को हवा नहीं मिलेगी: झारखंड CM हेमंत सोरेन pic.twitter.com/6DcDIWqtms
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 5, 2022
सोरेन को अपने ही लोगों पर था अविश्वास- मरांडी
भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने सीएम हेमंत पर हमला बोलते हुए कहा था कि उन्हें अपने लोगों पर ही अविश्वास था। उन्होंने उन लोगों को बंधक बनाकर रखा हुआ था। उन लोगों को रायपुर भेजा गया और फिर वहां से आने पर सर्किट हाउस। वो अपने ही लोगों से खौर में थे। कांग्रेस-राजद से डरे हुए हैं। मरांडी ने कहा कि हमने तो इस प्रक्रिया की मांग ही नहीं की थी जो उन्होंने की है।