
नई दिल्ली। आंतक की साजिश के खिलाफ आज बड़ा प्रहार किया गया है। गुरुवार को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA)और प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने केरल, तमिलनाडु, हैदराबाद, राजस्थान, यूपी समेत 10 से ज्यादा राज्यों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के ठिकानों पर छापेमारी की है। इस छापेमारी के दौरान जांच एजेंसी ने देश के अलग-अलग हिस्सों से पीएफआई के 100 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा कई राज्यों के अध्यक्ष पर शिकंजा कसते हुए गिरफ्तार भी किया है। जांच एजेंसी ने दिल्ली से पीएफआई के प्रमुख परवेज अहमद को गिरफ्तार किया गया है, जबकि दक्षिण के केरल से एनआई ने PFI के राष्ट्रीय अध्यक्ष OMA सलाम को हिरासत में लिया है। जांच एजेंसी ने सबसे ज्यादा केरल से 22 लोगों को गिरफ्तार किया है। महाराष्ट्र और कर्नाटक से 20-20 लोगों को पकड़ा है। आंध्र प्रदेश से 5, असम से 9, दिल्ली से 3, मध्य प्रदेश से 4, पुडुचेरी से 3, तमिलनाडु से 10, यूपी से 8 और राजस्थान से 2 लोगों को गिरफ्तार किया है।
वहीं NIA और ईडी के इस ताबड़तोड़ एक्शन को लेकर पीएफआई के लोगों की बौखलाहट भी देखने को मिल रही है। पीएफआई के कार्यकर्ता सड़कों पर उतरकर इस कार्रवाई का विरोध जता रहे है। बता दें कि टेरर-फंडिंग को लेकर NIA और ईडी ने ये छापेमारी की है। उधर पीएफआई पर छापेमारी को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बड़ी बैठक भी की है। इस बैठक में अमित शाह के साथ NSA अजीत डोभाल, डीजी एनआई और गृह सचिव मौजूद रहे। इसी बीच पीएफआई पर छापेमारी को लेकर गृह मंत्री अमित शाह का बयान सामने आया है। बैठक के दौरान अमित शाह ने आतंकी फंडिंग और आतंक पर जीरो टॉलरेंस की बात कही है।
अमित शाह की इस बात से इशारा मिलता है कि पीएफआई को विदेशों से फंडिंग हुई थी और देश में आतंक और हिंसा फैलाने चाहते थे। यही वजह है कि आज पीएफआई के खिलाफ NIA और ईडी ने मिलकर देश के करीब 12 राज्यों में छापेमारी की है।
Delhi | Union Home Minister Amit Shah chairs a meeting with officials including NSA, Home Secy, DG NIA on raids by NIA on PFI
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— ANI (@ANI) September 22, 2022