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दिवंगत व्यवसायी मनीष गुप्ता के घर के बाहर सपा कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी, पत्नी और परिजनों के साथ हुई धक्का-मुक्की और हाथापाई

Kanpur News: बुधवार रात को अफसरों ने मुख्यमंत्री से जुड़ी जानकारी देते हुए कहा था कि सीएम शहर आएंगे तो पुलिस लाइन में पीड़ित परिवार से मुलाकात करेंगे। जिसके बाद पुलिस अफसर पीड़ित परिवार को सुबह करीब 11 बजे घर से पुलिस लाइन ले जाने लगे।

नई दिल्ली। गोरखपुर में हुए मनीष गुप्ता हत्याकांड ने पूरी तरह से सियासी रंग ले लिया है। बीते दिन गुरूवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव मिलने जाने वाले थे जिसकी सूचना पाकर वहां पहले ही सपाई भी मनीष के घर पहुंच गए। इस बीच जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलवाने के लिए पुलिस वाले जब मनीष की पत्नी मीनाक्षी और परिजनों को ले जाने लगे तो सपाई भड़क गए। भड़के सपाईयों का कहना था कि जब तक सपा प्रमुख अखिलेश यादव पीड़ित परिवार से मुलाकात नहीं कर लेते, वो इन्हें कहीं नहीं ले जाने देंगे। फिर क्या इसी को लेकर बवाल शुरू हो गया। इस दौरान मनीष गुप्ता के घर के बाहर सपा कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी देखने को मिली। मीनाक्षी से धक्कामुक्की की गई और पूरे परिवार को घेर लिया। जब पुलिस ने इसका विरोध किया तो उनके साथ भी तीखी नोकझोंक हुई। इस दौरान एक रिश्तेदार को थप्पड़ भी जड़ा गया।

akhilesh yadav

बता दें, बुधवार रात को अफसरों ने मुख्यमंत्री से जुड़ी जानकारी देते हुए कहा था कि सीएम शहर आएंगे तो पुलिस लाइन में पीड़ित परिवार से मुलाकात करेंगे। जिसके बाद पुलिस अफसर पीड़ित परिवार को सुबह करीब 11 बजे घर से पुलिस लाइन ले जाने लगे। इसी दौरान जब सपाईयों को पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आने की जानकारी मिली तो उन्होंने पीड़ित परिवार को वहीं रोक लिया।


जब पीड़ित परिवार पुलिस के साथ आगे बढ़ने लगा तो सपाई धक्कामुक्की पर उतर आए। मीनाक्षी भी भीड़ में धक्कामुक्की का शिकार हुईं। ये देख जब उनके रिश्तेदार लखनऊ निवासी दुर्गेश सामने आए तो लोहिया वाहिनी के पूर्व जिलाध्यक्ष विनय गुप्ता ने उनके थप्पड़ जड़ दिया। जिसके बाद विवाद और बढ़ गया।


इसके बाद एसीपी गोविंदनगर विकास पांडेय ने दुर्गेश को वहां से हटाया और परिवार वापस घर में चला गया। बाद में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने परिवार से मुलाकात की।