देहरादून। उत्तराखंड के लोगों को कोरोना संक्रमण से कैसे बचाया जाए इसको लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने सचिवालय में कोविड के रोकथाम एवं बचाव कार्यों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड टेस्टिंग और बढ़ाई जाय। देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंह नगर एवं नैनीताल जनपद को इस दिशा में विशेष प्रयास करने होंगे। कोविड-19 से बचाव के लिए नियमित रूप से विभिन्न माध्यमों से जन जागरण अभियान चलाया जाए। त्योहारों का समय चल रहा है, लोगों का आवागमन भी तेजी से बढ़ा है। भीड-भाड़ वाले स्थानों एवं पर्यटक व धार्मिक स्थलों पर जन जागरण के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क की अनिवार्यता का पूरा अनुपालन कराया जाए। व्यापारिक संगठनों एवं अन्य सामाजिक संस्थाओं के सहयोग से त्योहारों के सीजन में दुकानों में सेनिटाइजर एवं स्वच्छता प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जाए।
सीएम त्रिवेन्द्र रावत ने कहा कि कोविड-19 से बचाव के लिए मानव संसाधन की पूरी व्यवस्था हो, अगले 15 दिन विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। यह सुनिश्चित किया जाए कि शहरी जनपदों में 24 घंटे एवं ग्रामीण जनपदों में 48 घंटे के अन्दर कोविड सैंपल की टेस्ट रिपोर्ट लोगों को मिल जाए। जिन लोगों का एंटिजन टेस्ट सिम्पटमैटिक है, उनका अनिवार्य रूप से आरटीपीसीआर टेस्ट हो। हाई रिस्क कॉन्टेक्ट का शत प्रतिशत टेस्टिंग कराई जाए।
त्योहरों के सीजन में अधिकारी लगातार फील्ड विजिट करें। लेब टेक्निशियन, रेडियोलॉजिस्ट और आशा वर्करों की संख्या बढ़ाई जाए। सभी जिलों में इनकी पर्याप्त उपलब्धता हो। मुख्यममंत्री ने कहा कि डॉक्टरों की बड़ी जिम्मेदारी है कि वे मनोवैज्ञानिक रूप से कोविड-19 मरीजों को मजबूत करें एवं वरिष्ट चिकित्सक निरंतर मरीजों के सम्पर्क में रहें।