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Bihar: ‘सीबीआई असंतुष्ट है तो…’, चारा घोटाला पर बोले लालू प्रसाद यादव

Bihar: इस बीच लालू ने अपनी बढ़ती उम्र और अपने बिगड़ते स्वास्थ्य का भी हवावा देकर सीबीआई की दलीलों को सिरे से खारिज किया। लालू ने कहा कि सीबीआई को मुझे हिरासत में रखने से कुछ हासिल होने वाला नहीं है।

नई दिल्ली। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने सीबीआई की उस याचिका का विरोध किया है, जिसमें लालू को चारा घोटाला मामले में मिली जमानत को रद करने की मांग की गई् है। दरअसल, बीते दिनों सीबीआई ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर लालू प्रसाद यादव को मिले जमानत को रद करने की मांग की थी। जांच एजेंसी ने कहा था कि वो अभी जांच से संतुष्ट नहीं हैं। अभी कई ऐसे पहलू रह रहे हैं, जिसकी जांच अनिवार्य है। बता दें कि गत वर्ष 22 अप्रैल को झारखंड हाईकोर्ट ने लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाला मामले में जमानत दे दी थी।

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दरअसल, पूर्व मुख्यमंत्री पर डोरंडा कोषागार से 139 करोड़ रुपए गबन करने का आरोप लगा था। इस मामले में कोर्ट ने उन्हें पांच साल की सजा सुनाई थी और 60 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया था। वहीं, सीबीआई ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल लालू की जमानत का विरोध किया है। जिस पर उन्होंने कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर अपना जवाब स्पष्ट किया है। आइए, आगे आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कुछ कहा है।

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बता दें, लालू यादव ने कहा कि इस आधार पर मेरी जमानत रद नहीं की जा सकती है कि जांच एजेंसी संतुष्ट नहीं है। इस बीच लालू ने अपनी बढ़ती उम्र और अपने बिगड़ते स्वास्थ्य का भी हवावा देकर सीबीआई की दलीलों को सिरे से खारिज किया। लालू ने कहा कि सीबीआई को मुझे हिरासत में रखने से कुछ हासिल होने वाला नहीं है। मुझे ऐसा लगता है कि सीबीआई ऐसा करके महज सुर्खियां बटोरना चाहती है। उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय के निर्णय पर किसी भी प्रकार के हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं है। यह निर्णय सामान्य सिंद्धातों के आधार पर दिया गया है। बहरहाल, अब आगामी दिनों में इस पूरे मामले में सीबीआई की ओर से क्या कुछ कदम उठाए जाते हैं। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।