नई दिल्ली। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ प्लानिंग एंड मैनेजमेंट (IIPM) के निदेशक अरिंदम चौधरी (Arindam Chaudhuri) को सर्विस टैक्स चोरी मामले में गिरफ्तार कर लिया गया है। सूत्रों के अनुसार उन्हें वित्त अधिनियम की धारा 89 के तहत गिरफ्तार किया गया है। टैक्स में गड़बड़ी के आरोपों के चलते चौधरी की गिरफ्तारी की गई है। हालांकि यह पहली बार नहीं है जब चौधरी कानून के दायरे में आए हैं। इससे पहले उन्हें 14 मार्च को गिरफ्तार किया गया था और उन्हें जमानत दे दी गई थी।
चौधरी को लगभग 23 करोड़ रुपये के क्रेडिट सेवा कर के केंद्रीय मूल्य वर्धित कर (सीईएनवीएटी) के कथित दावे का भुगतान न करने की वजह से गिरफ्तार किया गया है। चौधरी के सहयोगी, गुरुदास मलिक ठाकुर को भी इसी धारा के तहत गिरफ्तार करके 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
दोनों को पटियाला हाउस कोर्ट में ड्यूटी मजिस्ट्रेट ज्योति माहेश्वरी के समक्ष पेश किया गया। सूत्रों ने बताया कि जांच चल रही है और दिल्ली सहित अन्य शहरों और विदेशों में चौधरी और उनकी कंपनी की संपत्तियों को इसमें कवर किया जाएगा। चौधरी और ठाकुर को तीन सितंबर, 2020 को अदालत में पेश किया जाएगा।
बता दें कि जिस कंपनी में हेराफेरी की बात कही जा रही है, उस कंपनी का 90% शेयर अरिंदम के पास ही है। इसी साल मार्च में जब अरिंदम चौधरी को गिरफ्तार किया गया था उस वक्त उनपर जाली सर्टिफिकेट जमा करने के आरोप लगे थे।