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Omicron: ओमीक्रॉन की वजह से कोरोना की तीसरी लहर जल्द !, IIT वैज्ञानिकों ने बताया कब होगा पीक, दावे से खौफ में लोग

Omicron: वो इसलिए क्योंकि अभी हाल ही में आईआईटी के वैज्ञानिकों ने एक शोध किया है जिसमें यह दावा किया गया है कि जिस रफ्तार से ओमीक्रॉन लोगों को अपनी चपेट में लेने पर आमादा हो चुका है। अगर यह सिलसिला यूं ही बेरोक जारी रहा तो वो दिन दूर नहीं जब हमें कोरोना की पहली और दूसरी लहर के बाद कोरोना की तीसरी लहर से भी जूझना होगा।

नई दिल्ली। अगर आप सोच रहे हैं कि कोरोना से हमारी जंग अब अपने विराम स्थल पर पहुंच चुकी है, तो अभी जो खबर हम आपको बताने जा रहे हैं, उसे जानकर आप निराश हो सकते हैं। जी हां…निराश इसलिए…क्योंकि कोरोना से अभी हमारी जंग खत्म नहीं हुई है, बल्कि शुरू हुई है। अभी तो हमने महज कोरोना की पहली और दूसरी लहर के रूप में उसका ट्रिजर ही देखा है। अभी तो वो हमें अपना ट्रेलर और फिल्म भी दिखाएगा। अभी तो हमने देखा कि कैसे लोगों ने सुनसान गलियों में दम तोड़ा था। अपने देखा डिग्रीधारक चिकित्सकों को लाचार होते। हमने देखा व्यवस्थाओं को कोरोना के कहर के आगे दम तोड़ते। उन हदयविदारकों तस्वीरों को याद कर आज भी जेहन में खौफ का सैलाब उमड़ पड़ता है। उन मंजर को याद कर आज भी रूह कांप जाती है और खुदा से इल्तिजा करने में मसरूफ हो जाते हैं कि प्रभु ऐसा मंजर इस  कायनात को फिर कभी देखने को न मिले, लेकिन शायद ईश्वर को हमारी यह इल्तिजा कुबूल नहीं हो रही है।

Omicron

वो इसलिए क्योंकि अभी हाल ही में आईआईटी के वैज्ञानिकों ने एक शोध किया है जिसमें यह दावा किया गया है कि जिस रफ्तार से ओमीक्रॉन लोगों को अपनी चपेट में लेने पर आमादा हो चुका है। अगर यह सिलसिला यूं ही बेरोक जारी रहा तो वो दिन दूर नहीं जब हमें कोरोना की पहली और दूसरी लहर के बाद कोरोना की तीसरी लहर से भी जूझना होगा। जी हां…बिल्कुल…ठीक ही पढ़ रहे हैं आप…यह कोई सोशल मीडिया पर चल रही भ्रामक खबर नहीं है, बल्कि आईआईटी के वैज्ञानिकों के शोध का दावा है। आपको बता दें कि ये वही वैज्ञानिक हैं, जिन्होंने कोरोना की पहली और दूसरी लहर के आने की संभावना जताई थी और हम सभी ने इन संभावनाओं में हकीकत में तब्दिल होते हुए देखा था।

अब इसी बीच कोरोना की तीसरी लहर के आने की संभावना जताई गई है, लेकिन राहत की बात यह है कि कोरोना की तीसरी लहर के दौरान हमें ज्यादा घबराने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि अब हमारे पास तीसरी लहर को मात देने के लिए पहले की तुलना में ज्यादा संसाधन हैं। आइए, आपको आगे विस्तार से बताते हैं कि कोरोना की तीसरी लहर की भविष्यवाणी करने वाले वैज्ञानिकों का आने वाले भयावह दौर के बारे में क्या कुछ कहना है। IIT कानपुर के मनिंद्र अग्रवाल और Sutra model of tracking the pandemic trajectory के सह-संस्थापक IIT हैदराबाद के एम विद्यासागर ने  कोरोना के रोजाना नए मामले फरवरी में 1.5 से 1.8 लाख तक हो सकते हैं। ऐसा तब हो सकता है, जब नए वैरिएंट से प्राकृतिक रूप से या टीकाकरण के माध्यम से बचाव नए वैरिएंट से प्राकृतिक रूप से या टीकाकरण के माध्यम से बचाव बना रहे।

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भारत में कैसी है ओमीक्रॉन की स्थिति

वहीं, अगर भारत में कोरोना की ओमीक्रॉन की स्थिति की बात करें, तो अलग-अलग राज्यों में इसके मामलों में इजाफा देखने को मिल रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालटय से मिली जानकारी के मुताबिक, भारत में महाराष्ट्र (65), दिल्ली (54), तेलंगाना (24), कर्नाटक (19), राजस्थान (18), केरल (15), गुजरात (14), जम्मू (3), यूपी (2), ओडिशा (2), चंडीगढ़ (1), तमिलनाडु (1) और बंगाल (1) में ओमिक्रॉन के मामले मिले हैं।