नई दिल्ली। योग गुरु बाबा रामदेव (baba ramdev) इन दिनों विवादों में घिर गए है। दरअसल रामदेव का एक वीडियो ट्विटर पर काफी शेयर हो रहा है, जिसमें बाबा रामदेव कथित रूप से एलोपैथी चिकित्सा पद्धति के खिलाफ बोलते दिखे। इस बीच अब मंगलवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) उत्तरांचल स्टेट ब्रांच ने बाबा रामदेव के एलोपैथिक मेडिकल प्रोफेशन, एलोपैथी चिकित्सा के खिलाफ दिए गए बयानों को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत (CM Tirath Singh Rawat) को पत्र लिखा है। सीएम रावत को लिखे गए पत्र में बाबा रामदेव के खिलाफ जल्द और सख्त कार्रवाई की उम्मीद की गई है।
पत्र में कहा गया है कि बाबा रादमेव के अपमानजनक बयान ने कोरोना महामारी से मुकाबला कर रहे डॉक्टर्स के मनोबल को तोड़ने के साथ ही उनमें गुस्सा पैदा किया है, जो पूरी निष्ठा के साथ इस कठिन समय में काम कर रहे हैं।
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) की उत्तरांचल राज्य शाखा ने एलोपैथिक चिकित्सा पेशे और चिकित्सा पेशे के खिलाफ योग गुरु रामदेव के बयानों के खिलाफ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत को पत्र लिखा है। पत्र में उनपर जल्द और सख्त कार्रवाई की उम्मीद की गई है। pic.twitter.com/o9BJuULhVE
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 25, 2021
इससे पहले स्वामी रामदेव ने अपने 25 सवालों की लिस्ट में डॉक्टरों और दवा कंपनियों से थायरायड, ऑर्थराइटिस, कोलाइटिस, अस्थमा और हेपेटाइटिस जैसे बीमारियों के लिए दवाओं के बारे में सवाल पूछे। साथ ही उन्होंने पूछा कि एलोपैथी को शुरू हुए 200 साल हो जाने के बाद जिस तरह टीबी और चेचक जैसी बीमारियों के स्थाई समाधान ढूंढ लिए गए, उसी तरह लिवर संबंधी रोग के उपाय क्यों नहीं ढूंढे जा सके। बाबा रामदेव ने दवा कंपनियों से पूछा कि आंखों का चश्मा उतारने और हीयरिंग एड हट जाने का कोई पूर्ण इलाज हो तो बताएं।
मैं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन व फार्मा कंपनियों से विनम्रता के साथ सीधे 25 सवाल पूछता हूँ- pic.twitter.com/ATVKlDc9tl
— स्वामी रामदेव (@yogrishiramdev) May 24, 2021