नई दिल्ली। कहीं घड़ी की दुकान, तो कहीं झुग्गी-झोपड़ी, तो कहीं बरगद के पेड़ के नीचे, तो कहीं गली मोहल्ले, तो कहीं चौक-चौराहे और ना जाने कहां-कहां से राजनीतिक दल संचालित किए जा रहे हैं और यह जानकर आपके होश फाख्ता हो जाएंगे कि इन दलों को कोई एक या दो नहीं, बल्कि हजारों करोड़ रूपए की फंडिंग दी जा रही है। जी बिल्कुल, सही पढ़ रहे हैं आप। जब हमें इस संदर्भ में जानकारी प्राप्त हुई, तो हमारे भी होश फाख्ता हो गए थे, लेकिन आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इन राजनीतिक दलों को फंडिंग करने वाले वो कारोबारी हैं, जिन्हें सरकार को कर चुकाने से गुरेज होता है, लिहाजा अपनी काली कमाई को सफेद करने के लिए ये राजनीतिक दलों को वित्तपोषित करने का मन बनाते हैं, लेकिन बीते बुधवार को आयकर विभाग ने ऐसे सभी सियासी दलों को यहां धावा बोल डाला और इसके बाद जब जो मंजर आयकर विभाग के जरिए देश को देखने को मिला है, तो अब हर किसी के होश फाख्ता हो रहे हैं।
जी हां…आपको बता दें कि आयकर विभाग ने कहीं दिल्ली, तो कहीं मुंबई, तो कहीं यूपी, तो कहीं छत्तीसगढ़। इस तरह से कुल 250 से ज्यादा ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापेमारी कर ऐसे राजनीतिक दलों का भंडाफोड़ किया। माना जा रहा है कि आगामी दिनों में आयकर विभाग की छापेमारी काफी लंबी चलने जा रही है। इसी कड़ी में आज यानी की गुरुवार को भी आयकर विभाग की टीम कई ठिकानों पर छापेमारी कर सकती है। इस बीच विभाग के अधिकारियों के उस वक्त होश फाख्ता हो गए, जब उन्हें एक दुकान पर एक पार्टी का अध्य़क्ष बैठा हुआ दिख गया। इस दौरान झुग्गी झोप़ड़ियों में राजनीतिक दल संचालित होते हुए नजर आए, जिन्हें देखने के बाद आयकर विभाग के अधिकारियों के होश फाख्ता हो गए। इतना ही नहीं, इस दौरन जब आयकर विभाग के अधिकारियों ने इन लोगों से सख्ती से बर्ताव किया, तो इन्होंने खुद ही अपने राज उगलने शुरू कर दिए। इस बीच उत्तर प्रदेश के भी दो राजनीतिक दलों के बारे में भी जानकारी प्राप्त हुई है। ध्यान रहे कि ये सभी दल पंजीकृत तो थे, लेकिन गैर मान्यता प्राप्त थे।
अर्थ यह है कि चुनाव आयोग की तरफ से इन्हें किसी भी प्रकार की मान्यता प्राप्त नहीं थी। इतना ही नहीं, बेशक ये दल छोटे हों, लेकिन इन्हें करोड़ों का फंड दिया जाता है और इन्हें संचालित करने हेतु विधिवत रूप से बाकायदा एक कार्यकारिणी की गठन किया गया था। बहरहाल, अब ऐसे सभी राजनीतिक दलों पर नकेल कसने की तैयारी शुरू कर चुकी है। माना जा रहा है कि आगामी दिनों में कई राज्य इसकी जद में आ सकते हैं। बता दें कि यह सब कुछ सिर्फ और सिर्फ कालेधन को सफेद धन में तब्दील करने के लिए किया जाता था, जिसके खिलाफ अब आयकर विभाग ने यह कदम उठाया है। अब आगामी दिनों में आयकर विभागी की तरफ से उपरोक्त मामले को संज्ञान में लेने के उपरांत क्या कुछ कार्रवाई की जाती है ।इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम