नई दिल्ली। शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे के करीबी राहुल कनाल के घर पर आज यानी की मंगलवार को आयकर विभाग ने छापा मारा है। कनाल शिवसेना के पदाधिकारी और शिर्डी मंदिर के ट्रस्टी भी हैं। आयकर की छापेमारी के बाद कनाल का कुछ पता नहीं चल पाया है। वे घर पर हैं या घर से बाहर। इसके बारे में अभी तक अधिकृत जानकारी नहीं मिल पाई है। वहीं, आज शाम चार बजे शिवसेना नेता संजय राउत इस मसले को लेकर प्रेस कांफ्रेंस करेंगे। माना जा रहा है कि प्रेस कांफ्रेंस के दौरान वे केंद्र की बीजेपी सरकार पर निशाना साधेंगे। उधर, आयकर विभाग की उक्त कार्रवाई से शिव सैनिक भड़के हुए हैं और अब केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने का मन बना चुके हैं। उधर, राहुल कनाल के घर के बाहर भारी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात कर दिया गया है। वहीं, बताया जा रहा है कि आयकर विभाग की उक्त कार्रवाई के दृष्टिगत संजय राउत आज शाम पांच बजे प्रेस कांफ्रेंस में केंद्रीय जांच एजेंसियों समेत केंद्र सरकार पर निशाना साधेंगे। अब ऐसी स्थिति में यह देखना होगा कि राउत प्रेस कांफ्रेंस में किन मसलों को लेकर केंद्र की मोदी सरकार को सवालिया कठघरे में खड़ा करते हैं। वहीं, बीजेपी ठाकरे के करीबी के यहां हुई छापेमारी का समर्थन कर रही है। आइए, आगे आपको बताते हैं कि बीजेपी नेताओं ने आदित्य ठाकरे के करीबी के यहां हुई छापेमारी के संदर्भ में क्या कुछ प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
बीजेपी नेताओं ने किया समर्थन
वहीं, आपको बताते चलें कि आदित्य ठाकरे के करीबी राहुल कनाल के घर पर आयरकर विभाग की छापेमारी का समर्थन करते हुए बीजेपी नेता अतुल भातखलकर ने कहा कि यह आयकर विभाग है, यह दूसरी एजेंसियों की तरह बिना सबूतों के काम नहीं करती है। लिहाजा विभाग को जरूर राहुल कनाल के बारे में कोई न कोई सूचना मिली होगी, तभी उनके खिलाफ कार्रवाई की गई है। ऐसी स्थिति में राहुल को केंद्रीय जांच एजेंसी का समर्थन करना चाहिए। लेकिन, क्या आपको पता है कि अपने करीबी के यहां हुई छापेमारी पर खुद आदित्य ठाकरे ने अपनी प्रतिक्रिया में क्या कुछ कहा है।
आदित्य ठाकरे ने क्या कुछ कहा?
बता दें कि आदित्य ठाकरे ने अपने करीबी के यहां आयकर विभाग की छापेमारी पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि इस तरह के हमले पहले भी महाराष्ट्र में होते रहे हैं। अक्सर बीजेपी अपने विरोधियों के प्रति रोष जाहिर करने के लिए जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करती रहती है। पूर्व में पश्चिम बंगाल समेत कई राज्यों में बीजेपी द्वारा केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के मामले सामने आ चुके हैं। अब ऐसे में देखना होगा कि आगे चलकर यह पूरा माजरा क्या रुख अख्तियार करता है, लेकिन आयकर विभाग की उक्त कार्रवाई के उपरांत महाराष्ट्र की राजनीति का पारा गरमा चुका है।