newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Mehbooba Mufti: ‘दुनिया में PM मोदी को नहीं, हिंदुस्तान को मिलता है सम्मान’, विपक्षी महाबैठक के बाद बोली महबूबा मुफ्ती

Mehbooba Mufti: नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए महबूबा ने पीएम मोदी पर निशाना साधा, उन्होंने कहा, जब प्रधानमंत्री मोदी बाहर चले जाते हैं तो गांधी जी की मूर्ति के सामने झुकने लग जाते हैं। लेकिन जैसे ही भारत में वापस लौटते हैं तो यहां आकर फिर हिंदू-मुस्लिम की राजनीति में जुट जाते हैं। उन्हें जो भी इज्जत बाहर की दुनिया में प्राप्त होती है वो सिर्फ इसलिए प्राप्त होती है क्योंकि ये इज्जत हिंदुस्तान की है।

नई दिल्ली। एक तरफ पीएम मोदी अमेरिका के दौरे पर थे, दूसरी तरफ बिहार की राजधानी पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में विपक्षी दलों की एक बैठक हुई। जिसमें ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, केजरीवाल, अखिलेश यादव, महबूबा मुफ़्ती, भगवंत मान, मल्लिकार्जुन खड़गे जैसे तमाम विपक्षी नेता शामिल हुए। इस बैठक के दौरान विपक्ष की नेतृत्व नीतीश कुमार करेंगे ऐसा विचार बनता हुआ नजर आया। हालांकि इसको लेकर अभी तक कोई स्पष्टीकरण नहीं है, इसके पीछे विपक्ष में आपसी मतभेद वजह मानी जा रही है। इस बीच बैठक के बाद जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ़्ती ने विपक्ष की एकता पर जोर देते हुए कहा कि मैं नीतीश कुमार का बेहद शुक्रिया अदा करती हूं। विपक्ष यदि आज भी साथ नहीं आया होता तो आगे चलकर खत्म हो जाता।

mehbooba mufti

नीतीश कुमार की तारीफ करते हुए महबूबा ने पीएम मोदी पर निशाना साधा, उन्होंने कहा, जब प्रधानमंत्री मोदी बाहर चले जाते हैं तो गांधी जी की मूर्ति के सामने झुकने लग जाते हैं। लेकिन जैसे ही भारत में वापस लौटते हैं तो यहां आकर फिर हिंदू-मुस्लिम की राजनीति में जुट जाते हैं। उन्हें जो भी इज्जत बाहर की दुनिया में प्राप्त होती है वो सिर्फ इसलिए प्राप्त होती है क्योंकि ये इज्जत हिंदुस्तान की है। ये हमारे मुल्क की इज्जत है। पीडीपी प्रमुख ने इसके साथ ही ये भी कहा कि प्रधानमंत्री के हिंदू मुस्लिम की सियासत करने से हमारे राज्य (कश्मीर) की जनता को नुकसान उठाना पड़ता है।

इसके साथ ही प्रेस की फ्रीडम को लेकर भी उन्होंने मोदी सरकार को सवालों के घेरे में लेने का प्रयास किया, उन्होंने कहा कि जब भी कोई पत्रकार कश्मीर के मुद्दे पर बोलने का प्रयास करता है तो उसको उठाकर जेल में डाल दिया जाता है। ये प्रेस की फ्रीडम को दबाने वाली बात है। अब हमें इस मुल्क को अगर बचाना है तो एक साथ मिलकर आगे आना होगा। इसके साथ ही उन्होंने जंतर मंतर पर धरना देने वाले पहलवानों और बृजभूषण शरण सिंह के आजाद घूमने को लेकर भी सवाल खड़े किए।