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India-China Tension: पूरे एलएसी पर चीन के खिलाफ भारतीय सेना मजबूत, सीडीएस जनरल चौहान बोले- डेपसांग-डेमचोक पर बातचीत जारी

जनरल चौहान ने एनडीए के 144वें कोर्स के पास आउट अफसरों को बधाई दी और खासतौर पर महिला अफसरों की तारीफ की। सीडीएस ने कहा कि आज महिलाएं राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए आगे आ रही हैं। महिलाओं ने एनडीए को समान स्तर पर ला दिया है। पहले यहां सिर्फ पुरुष दिखते थे, लेकिन अब महिलाएं भी एनडीए का हिस्सा हैं।

पुणे। चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान ने आज कहा कि पूर्वी लद्दाख में डेपसांग और डेमचोक के अलावा हर जगह भारतीय सेना चीन के खिलाफ मजबूत स्थिति में है। उन्होंने ये भी बताया कि एलएसी पर चीन अपनी सेना की तैनाती बढ़ा नहीं रहा है। साल 2020 में चीन के जितने सैनिक तैनात थे, उतने ही अब भी हैं। सीडीएस जनरल चौहान ने कहा कि हम अपने दावों की वैधता बनाए हुए हैं और इस बनाए रखना होगा। उन्होंने कहा कि सीमा विवाद को सुलझाना अलग मुद्दा है। जिन इलाकों में भारतीय सेना और आईटीबीपी 2020 से पहले पेट्रोलिंग करती थी, वहां पहले जैसी स्थिति बनानी होगी।

India and china 1

पुणे में एनडीए की पासिंग आउट परेड का निरीक्षण करने के बाद जनरल चौहान ने कहा कि डेपसांग और डेमचोक के मसलों को सुलझाने के लिए भारत और चीन के बीच बातचीत जारी है। गौरतलब है कि भारत और चीन के सैन्य कमांडरों के बीच अब तक 19 दौर की बातचीत हो चुकी है। सीडीएस जनरल अनिल चौहान ने मणिपुर में हो रही हिंसा के बारे में भी मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि मणिपुर की हिंसा का आतंकवादियों से लेना-देना नहीं है। उन्होंने बताया कि ये खासतौर पर दो समुदायों के बीच का झगड़ा है। सीडीएस ने कहा कि कानून और व्यवस्था की स्थिति है और सेना राज्य सरकार की मदद कर रही है। उन्होंने कहा कि मणिपुर में शांति बहाली में अभी कुछ वक्त लगेगा।

इससे पहले जनरल चौहान ने एनडीए के 144वें कोर्स के पास आउट अफसरों को बधाई दी और खासतौर पर महिला अफसरों की तारीफ की। सीडीएस ने कहा कि आज महिलाएं राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए आगे आ रही हैं। महिलाओं ने एनडीए को समान स्तर पर ला दिया है। पहले यहां सिर्फ पुरुष दिखते थे, लेकिन अब महिलाएं भी एनडीए का हिस्सा हैं। जनरल अनिल चौहान ने कहा कि सेना में एक नई क्रांति आ रही है। ये क्रांति तकनीकी की है। उन्होंने बताया कि सेना एक बड़े बदलाव की तरफ बढ़ रही है।