अब चीन से डटकर होगा मुकाबला, Spice-2000 बम खरीदने की तैयारी में भारत
चीन के साथ बढ़ते सीमा विवाद के बीच भारत जमीनी टारगेट्स को निशाना बनाने की अपनी शक्ति और मजबूत करना चाहता है।
नई दिल्ली। जमीन पर अपने लक्ष्य पर अपनी मारक क्षमता मजबूत बनाने के लिए भारत और ज्यादा संख्या में स्पाइस 2000 बम खरीदने की योजना बना रहा है। स्पाइस 2000 बम का इस्तेमाल भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में पुलवामा हमले के बाद बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद किया था। भारत हवा से जमीन में निशाना भेदने में माहिर इन बमों का अडवांस्ड वर्जन खरीदने की तैयारी कर रहा है।
माना जा रहा है की चीन के साथ बढ़ते सीमा विवाद के बीच भारत जमीनी टारगेट्स को निशाना बनाने की अपनी शक्ति और मजबूत करना चाहता है। पीएम नरेंद्र मोदी ने भारतीय सेनाओं को इमरजेंसी पावर के तहत 500 करोड़ रुपए दिए हैं। इस राशि से सेनाओं को हथियार खरीद की छूट है।
एक सरकारी सूत्र ने समाचार एजेंसी एनएनआई को बताया है कि इंडियन एयरफोर्स के पास पहले स्पाईस 2000 बम मौजूद हैं। अब सेना इसी तह के और अडवांस्ड बम पाने की तैयारी कर रही है।
स्पाइस 2000 बम तकरीबन 70 किलोमीटर की दूरी तक टारगेट को निशाना बना सकता है। नए वर्जन के बाद ये बम मजबूत से मजबूत बंकरों को भी उड़ाने में सक्षम होगा। गौरतलब है कि भारतीय सेनाओं को 2016 में हुए उरी हमले के बाद भी इसी तरह इमरजेंसी पावर के तहत फंड दिया गया था।
जैश के आतंकियों ने 14 फरवरी को पुलवमा में सीआरपीएफ के काफिले पर हमला किया था। इस हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। इस घटना के बाद से देश में पाकिस्तान को लेकर काफी गुस्सा था। हमले के 13 दिन बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर एयरस्ट्राइक की थी। बताया जाता है कि इस हमले में काफी संख्या में आतंकी मारे गए थे।