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Leh: 1400 किलो वजनी तिरंगे को 2000 फीट उंचाई पर खींचकर ले गयी सेना, रच दिया इतिहास (वीडियो)

Indian Army: भारतीय सेना करीब 2000 फीट की ऊंचाई पर खादी से बने झंडे को लेकर पहुंची। इस झंडे को 2000 फीट की उंचाई तक पहुंचाने में 180 जवान लगे, जो अपने कंधों पर भारत की शान (तिरंगा) को लेकर पहुंचे। जिसके बाद इसे लगाया गया।

नई दिल्ली।  2 अक्टूबर को जब पूरा देश महात्मा गांधी और लाल बहादुर शाष्त्री की जयंती मना रहा था, तब हमारे देश के जवान दुनिया के सबसे बड़े राष्ट्रीय ध्वज को दुनिया के सामने लाने का प्रयास कर रहे थे। 1400 किलो ग्राम वजन, 225 लंबाई फीट और 125 फीट चौड़ाई वाले इस तिरंगे को भारतीय सेना ने लेह की जनस्कार पहाड़ी पर लगाया था। इस तिरंगे को लेह के जनस्कार पहाड़ी तक ले जाना और फिर उसे वहां पर लगाना इतना आसान नही था लेकिन हर मुश्किल में काम को संभव कर दिखाना ही तो हमारी भारतीय सेना की पहचान है।

Indian amry

आपको बता दें की भारतीय सेना करीब 2000 फीट की ऊंचाई पर खादी से बने झंडे को लेकर पहुंची। इस झंडे को 2000 फीट की उंचाई तक पहुंचाने में 180 जवान लगे, जो अपने कंधों पर भारत की शान (तिरंगा) को लेकर पहुंचे। जिसके बाद इसे लगाया गया। नीचे दिए गये वीडियो में आप देख सकते हैं कि कितनी मेहनत के साथ हमारे देश के जवान 1400 किलो वजन वाले तिरंगे को लेकर पहाड़ी के ऊपर चढ़ रहे हैं। ये काम इतना आसान नहीं था क्योंकि पहाड़ी पर कहीं धूल तो कहीं पत्थर थे लेकिन हमारी भारतीय सेना के हौसले के आगे ये पहाड़ी कुछ भी नहीं थी। कड़ी मेहनत कर भारतीय सेना के जवानों ने ना कि दुनिया के सबसे बड़े तिरंगे को लेकर ऊपर तक पहुंचे बल्कि इसे वहां पर लगाया भी।

लेह में लहराया गया सबसे बड़ा तिरंगा खादी विकास बोर्ड और मुंबई की एक प्रिंटिंग कम्पनी के सहयोग से बनाया गया। खादी से बने इस तिरंगे का अनावरण सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे और लद्दाख के लेफ्टिनेंट गवर्नर आर के माथुर ने किया। मिली जानकारी के मुताबिक अब ये झंडा 8 अक्टूबर को एयरफोर्स डे पर हिंडन लाया जाएगा।

लेह में जब इस तिरंगे को लगाया गया था तब केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांवाडिया ने तिरंगे के इस अनावरण पर ट्वीट किया, ‘यह भारतीय ध्वज के लिए बहुत गर्व का क्षण है कि गांधी जी की जयंती पर, लेह, लद्दाख में दुनिया के सबसे बड़े खादी तिरंगे का अनावरण किया गया। मैं इस भाव को सलाम करता हूं जैसे बापू की स्मृति को याद करता है, भारतीय कारीगरों को बढ़ावा देता है और राष्ट्र का सम्मान भी करता है। जय हिंद, जय भारत!