नई दिल्ली। इन दिनों कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि 6 जनवरी 2021 से भारतीय रेलवे (Indian Railway) किराए में बढ़ोतरी करने जा रही है। जिसपर अब इंडियन रेलवे की प्रतिक्रिया सामने आई है। रेलवे की इस रिएक्शन के बाद यात्रियों के लिए यह एक राहत की खबर जरूर है। आपको बता दें कि कोरोनावायरस महामारी के कारण ट्रेन सर्विसेज को 22 मार्च, 2020 को निलंबित कर दिया गया था। फेस्टिव सीजन के दौरान यात्रियों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए, भारतीय रेलवे द्वारा विशेष रेलगाड़ियों को शुरू किया गया था।
सच क्या है
वहीं इस खबर को जब पीआईबी ने देखा तो इसका फैक्ट चेक किया। इस फैक्ट चेक में पाया कि यह खबर पूरी तरह से फेक है यानी भारतीय रेलवे का 6 जनवरी यानी आज से किराया बढ़ाने का कोई प्लान नहीं है।
Claim: Several media outlets have reported that Indian Railways is planning to raise passenger fares from January 6, 2021.#PIBFactCheck: This claim is #Fake and #Baseless. There is NO proposal under consideration to increase the fares. pic.twitter.com/qkOxCejapx
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) January 6, 2021
भारतीय रेलवे ने इस खबर का खंडन सिरे से खारिज कर दिया है। रेलवे ने कहा कि इस प्रकार का कोई फैसला नहीं लिया गया है। भारतीय रेलवे ने कहा कि यात्री किराए में बढ़ोतरी को लेकर कोई प्रस्ताव भी सामने नहीं आया है, ऐसे में किराया महंगा होने की बात आधारहीन है।
Certain sections of media have reported about possibility of some hike in passenger fares. This news is baseless & without any factual basis. There is no proposal under consideration to increase fares. Media is advised to not to publish or circulate such reports: Indian Railways
— ANI (@ANI) January 5, 2021
क्या रेलवे करने जा रहा है ट्रैवल और ओवर टाइम अलाउंस में 50% कटौती? जानिए इसकी सच्चाई
इन दिनों खबर चल रही है कि भारतीय रेलवे अपने कर्मचारियों के भत्तों को कम करने पर विचार कर रहा है। कई पोर्टल में इसको लेकर खबर चल रही है कि इंडियन रेलवे, कर्मचारियों (Railway employees) के ट्रैवल अलाउंस और ओवरटाइम ड्यूटी (Travel Allowance and overtime Allowance) के लिए दिए जाने वाले भत्ते में 50 प्रतिशत की कटौती कर सकता है। कहा जा रहा है कि इसको लेकर भारतीय रेलवे जल्द ही कोई फैसला ले सकता है। इस कटौती के पीछे मीडिया संस्थानों का कहना है कि, कोरोना संक्रमण के कारण लगे लॉकडाउन (Lockdown) से भारतीय रेलवे को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। इसीलिए ये कटौती हो रही है। हालांकि ये खबर कितनी सच है, इसको लेकर अब पीआईबी फैक्ट चेक ने एक ट्वीट करके सही जानकारी दी है। पीआईबी ने इस खबर की पड़ताल की है और अपने ट्वीट में इसको लेकर बताया है कि क्या सच में रेलवे ऐसा कदम उठाने जा रहा है या नहीं?
क्या है दावा
आपको बता दें कि पीआईबी इस वायरल खबर की पड़ताल कर ट्वीट में बताया है कि, इस तरह के किसी भी फैसले को भारतीय रेलवे नहीं ले रहा है। ट्रैवल अलाउंस और ओवरटाइम ड्यूटी (Travel Allowance and overtime Allowance) के लिए दिए जाने वाले भत्ते में 50 प्रतिशत की कटौती की खबर पूरी तरह फर्जी है।
सच क्या है
पीआईबी ने जानकारी दी है कि, भारतीय रेलवे को लेकर किया जा रहा यह दावा फेक है और भारतीय रेलवे ने ऐसा कोई भी प्रस्ताव नहीं दिया है। गौरतलब है कि इससे पहले खबर चल रही थी कि, रेल मंत्रालय कर्मचारियों के ओवरटाइम और ट्रैवल अलाउंस में कमी करने पर जल्द ही अंतिम निर्णय ले सकता है। हालांकि अब साफ है कि रेलवे ऐसा कोई कदम नहीं उठाने जा रहा है।
पहले भी चली थी फर्जी खबर
वैसे इस तरह की खबर पहले भी आ चुकी है। इससे पहले अगस्त में भी ऐसी अटकलें लगाई गई थीं कि इंडियन रेलवे साल 2020 21 के लिए कर्मचारियों के वेतन और पेंशन रोकने पर विचार कर रहा है। हालांकि तब सरकार ने इन अटकलों को खारिज कर दिया था। सरकार ने खारिज करते हुए सोशल साइट पर लिखा था सरकार के पास ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं था।