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India-China Dispute: तवांग सेक्टर में भारतीय जवानों ने दिखाया अपना दम, LAC से 300 चीनी सैनिकों को पीछे खदेड़ा

India-China Dispute: खैर,गलवान झड़प के में मुंह की खाने के बावजूद भी चीन को अपनी गुस्ताखी का एहसास नहीं हो रहा है। हर मर्तबा अपनी लुटिया डुबोए जाने के बावजूद भी चीन को अक्ल नहीं आ रही है। यह उसी का नतीजा है कि आज उनसे अरूणाचल प्रदेश के तावंग में अपनी गुस्ताखी को अंजाम दिया है।

नई दिल्ली। साल 2020 के बाद गत 9 दिसंबर 2022 को एक बार फिर भारत-चीन के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प देखने को मिली है। जिसमें भारत के 6 जवानों के घायल होने की पुष्टि पीटीआई ने की है, जिन्हें उपचार हेतु गुवाहाटी भेज दिया गया है। इसके अलावा इस झड़प में चीन को भारत की तुलना में अधिक नुकसान हुआ है। चीन के 30 सैनिकों के जख्मी होने की खबर प्रकाश में आई है। लेकिन, चीन तो हमेशा से ही अपने सैनिकों के जख्मी होने की बातों को खारिज करता हुआ आया है। ध्यान रहे, साल 2020 के गलवान झड़प में भी दोनों देशों के बीच झड़प देखने को मिली थी, जिसमें चीन के कई सैनिक मारे गए थे, लेकिन वैश्विक मंच पर चीन ने अपने सैनिकों के मारे जाने की बात स्वीकार ने से गुरेज किया था। हालांकि, बाद में कई अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों ने चीन के इस झूठ का पर्दाफाश किया था। इतना ही नहीं, गलवान झड़प को लेकर एक वीडियो भी प्रकाश में आया था, जिसमें शी जिनपिंग अपने मारे गए सैनिकों को श्रद्धांजलि देते हुए नजर आए थे।

खैर, गलवान झड़प के बाद मुंह की खाने के बावजूद भी चीन को अपनी गुस्ताखी का एहसास नहीं हो रहा है। हर मर्तबा अपनी लुटिया डुबोए जाने के बावजूद भी चीन को अक्ल नहीं आ रही है। यह उसी का नतीजा है कि आज चीनी सैनिकों ने अरूणाचल प्रदेश के तावंग में अपनी गुस्ताखी को अंजाम दिया है। तंवाग में चीन-भारत सैनिकों के बीच झड़प देखने को मिली है। बता दें, चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाने के लिए पूरा प्लान बना लिया था। लेकिन भारतीय

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, 300 से अधिक चीनी सैनिक भारतीय सेना को नुकसान पहुंचाने के इरादे से 13 हजार फीट की उंचाई पर चढ़े थे, लेकिन चीनी सैनिक अपने नापाक इरादों को अंजाम दे पाते, उससे पहले भारतीय सैनिकों ने मुंहतोड़ जवाब देते हुए उन्हें खदेड़ दिया।

वहीं, रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, इस झड़प के बाद दोनों ही देशों के सैनिक अपने सीमा से वापस हट चके थे। फ्लैग मीटिंग के बाद अब दोनों ही देशों के सीमा के बीच शांतिपूर्ण स्थिति बनी हुई है। ध्यान रहे, एलएसी के आसपास के इलाकों में चीनी सैनिकों की ओर से दावा किया जाता है, जिस भारत की तरफ से कई मर्तबा आपत्ति जताई गई है और ना महज आपत्ति, बल्कि मुंहतोड़ जवाब भी दिया जा चुका है। कई बार इस मसले को लेकर दोनों ही देशों के बीच सीमा पर गतिरोध जैसी स्थिति भी देखने को मिली है। कई बार दोनों ही देशों के बीच सैन्य वार्ता भी हो चुकी है, लेकिन हर बार की तरह पहले विवाद शांत हो जाता है और फिर कुछ दिनों बाद चीनी सैनिकों का नापाक खेल शुरू हो जाता है।