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Infighting In Congress: पंजाब-छत्तीसगढ़ के बाद अब केरल कांग्रेस में घमासान, नेता कह रहे- आलाकमान पर भरोसा नहीं

Infighting In Congress: केरल कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में हार का सामना किया और तभी से टकराव शुरू हो गया। पहले पार्टी आलाकमान ने एक्शन लेते हुए प्रदेश अध्यक्ष ए. रामचंद्रन और पुरानी विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे रमेश चेन्निथला को पद से हटाया था।

तिरुवनंतपुरम। वायनाड से राहुल गांधी खुद सांसद हैं। गाहे-बगाहे केरल जाते हैं। कभी लड़कियों के कॉलेज, तो कभी समंदर में मछुआरों के साथ फोटो खिंचवाने में राहुल गांधी जुटे रहते हैं। उनकी सियासत ऐसे ही चलती रहती है, लेकिन उसी केरल में कांग्रेस में मचे घमासान पर राहुल आंखें मूंदे हुए हैं। नतीजे में पंजाब और छत्तीसगढ़ से भी बुरा हाल केरल में कांग्रेस का हो रहा है। पंजाब और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस नेताओं के बीच टकराव के बावजूद पार्टी की सरकारें चल रही हैं, लेकिन केरल के बारे में शंका है कि हो सकता है वहां कांग्रेस नाम की चीज ही न बचे। कांग्रेस में अंदरूनी कलह का सिलसिला वैसे तो काफी दिनों से चल रहा था, लेकिन इस साल 2 मई को राज्य विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद पार्टी के हालात और खराब हुए हैं। बीते 30 अगस्त को केरल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं गोपीनाथन ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। हुआ दरअसल ये कि कांग्रेस में 14 जिलों के नए पार्टी अध्यक्ष के चुनाव को लेकर विवाद हो रहा था। गोपीनाथन पहले पलक्कड़ जिले के विधायक और पार्टी अध्यक्ष भी रहे हैं। उन्होंने ये कहते हुए इस्तीफा दिया कि मुझे अब कांग्रेस के बड़े नेताओं पर भरोसा नहीं रहा।

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गोपीनाथन ने कहा कि वह कांग्रेस में बीते 50 साल से काम कर रहे हैं, लेकिन अब उनकी उम्मीदें खत्म हो चुकी हैं। वहीं, सत्ताधारी सीपीएम के नेता एके बालन ने गोपीनाथन के लिए कहा कि अगर वे आना चाहते हैं, तो स्वागत है। बालन ने कहा कि फैसला गोपीनाथन के हाथ में है। एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक समर्थक चाहते थे कि गोपीनाथन को ही जिलाध्यक्ष बनाया जाए, लेकिन नेतृत्व ने ए थंकप्पन को इस पद पर चुन लिया। गोपीनाथन पहले विधानसभा चुनाव में भी टिकट न दिए जाने को लेकर नाराज थे। इससे पहले कांग्रेस की राज्य इकाई ने दो वरिष्ठ नेता के. सिवदासन नायर और एपी अनिल कुमार को सस्पेंड कर दिया था।

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केरल कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में हार का सामना किया और तभी से टकराव शुरू हो गया। पहले पार्टी आलाकमान ने एक्शन लेते हुए प्रदेश अध्यक्ष ए. रामचंद्रन और पुरानी विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे रमेश चेन्निथला को पद से हटाया था। इस एक्शन के बाद चेन्निथला समर्थक भड़क गए थे। यहां तक कि ये आरोप भी लगा था कि कांग्रेस आलाकमान किसी से मिलना ही नहीं चाहता। ये आरोप तब है, जबकि राहुल गांधी खुद केरल जाते रहते हैं।