नई दिल्ली। कांग्रेस की मौजूदा कार्यकारी अध्यक्ष क्या ‘आजाद कश्मीर’ के पक्ष में थीं ? क्या कश्मीरी आतंकियों से उनके और कांग्रेस के रिश्ते रहे हैं ? ये सवाल एक ट्वीट में दिए गए तथ्यों की वजह से उठ रहे हैं। ये ट्वीट किया है विजय पटेल ने। विजय का ट्विटर हैंडल @vijaygajera है। विजय पटेल ने दस्तावेजों के आधार पर ये कहा है कि सोनिया गांधी एक ऐसे एनजीओ से जुड़ी रही हैं, जिसका उद्देश्य भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी को खत्म करने के लिए ‘आजाद कश्मीर’ बनाना था। विजय ने इस बारे में ट्वीट्स की लंबी श्रृंखला लिखी है। आपको हम अब सिलसिलेवार बताते हैं कि विजय ने अपने ट्वीट्स में क्या लिखा है।
-अपने पहले ट्वीट में विजय पटेल ने लिखा है कि 21 मई 1991 को राजीव गांधी की हत्या हुई और ठीक एक महीने बाद 21 जून 1991 को राजीव गांधी फाउंडेशन बनाया गया।
1. Assassination of Rajiv Gandhi happened on 21st May 1991 & just right after one month, an NGO was created with the name of ‘Rajiv Gandhi Foundation’ on 21st June 1991. Just 1 Month! pic.twitter.com/jkQpygHK7s
— Vijay Patel?? (@vijaygajera) March 14, 2022
-अगले ट्वीट में विजय ने लिखा है कि सोनिया ने 1993 में राजीव गांधी फाउंडेशन की ब्रांच ब्रिटेन में भी बनाई। सोनिया की मौजूदगी में ब्रिटिश सरकार ने इस बारे में प्रस्ताव भी पास किया।
3. She also visited the USA in 1993 for work regarding the Rajiv Gandhi Foundation. What was it? I didn’t find it!
4. In the same year 1993, Soros launched the Open Society Foundation in New York! pic.twitter.com/qC7oalzcv1
— Vijay Patel?? (@vijaygajera) March 14, 2022
-विजय ने फिर लिखा है कि सोनिया गांधी 1993 में राजीव गांधी फाउंडेशन के काम से अमेरिका गईं। इसी साल भारत विरोधी जॉर्ज सोरोस ने न्यूयॉर्क में ओपन सोसाइटी फाउंडेशन की स्थापना की।
-अगले ट्वीट में विजय ने बताया है कि दिसंबर 1994 में ‘द फोरम ऑफ डेमोक्रेटिक लीडर्स इन द एशिया-पैसिफिक’ नाम से एनजीओ बनती है। इस एनजीओ के मुख्य काम में ‘कश्मीर की आजादी’ भी दिखाई जाती है।
5. In December 1994 an NGO was launched with the name ’The Forum of Democratic Leaders in the Asia-Pacific ‘(FDL-AP).
6. Among the few other goals, this NGO’s main goal was ‘Independent Kashmir’! Yes, you have heard right, ‘Independent Kashmir ‘! pic.twitter.com/kZLBwFeJ4e
— Vijay Patel?? (@vijaygajera) March 14, 2022
-उन्होंने आगे लिखा है कि राजीव गांधी फाउंडेशन की अध्यक्ष होने के नाते कश्मीर की आजादी की बात कहने वाले ‘द फोरम ऑफ डेमोक्रेटिक लीडर्स इन द एशिया-पैसिफिक’ में सोनिया गांधी को सह-अध्यक्ष बनाया जाता है।
-इस एनजीओ को जॉर्ज सोरोस के ओपन सोसाइटी फाउंडेशन से पैसा दिया गया था। विजय पटेल ने इसके दस्तावेजी सबूत अपने ट्वीट में लगाए हैं।
-इसके बाद विजय पटेल कुछ ट्वीट्स में कंधार हाईजैक की कहानी लिखते हैं। इसमें वो बताते हैं कि लतीफ नाम के आतंकी को भी जैश के हाईजैकर छुड़वाना चाहते थे, लेकिन वाजपेयी सरकार ने उसे नहीं छोड़ा।
10. After it, finally they reached Kandahar, Afghanistan which was under the Taliban at that time. One more fact is that the Taliban was supported by the USA in those days to counter Russia!
— Vijay Patel?? (@vijaygajera) March 14, 2022
-विजय ने एक ट्वीट में लिखा है कि यूपीए सरकार के दौरान 2010 में मनमोहन सरकार ने 25 पाकिस्तानी आतंकियों को जेल से रिहा किया। जिनमें लतीफ भी था।
21. On 28 May 2010 UPA government freed 25 Pakistani terrorists as a goodwill gesture! Yes, 25! It was not a case of hostage! Do you know what was most surprising? In that list, ‘Latif’ was freed too! Whose name was with Masood Azhar on the list and he was not free at that time! pic.twitter.com/DDx0a72m0M
— Vijay Patel?? (@vijaygajera) March 14, 2022
-विजय पटेल ने ट्वीट्स के इस थ्रेड में 25वीं कड़ी में लिखा है कि जब 2 जनवरी 2016 को पठानकोट में वायुसेना के बेस पर आतंकी हमला हुआ तो इसी लतीफ का नाम बतौर आतंकियों का हैंडलर सामने आया।