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Shashi Tharoor Isolated In Congress: शशि थरूर को किया जा रहा कांग्रेस में अलग-थलग? इस वजह से उठा सवाल

शशि थरूर को आज केरल के कोझिकोड में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेना है। इस कार्यक्रम में ‘संघ परिवार और पंथ निरपेक्षता को चुनौती’ विषय पर चर्चा होनी है। पहले केरल यूथ कांग्रेस ने खुद को इस कार्यक्रम की मेजबानी से जोड़ा था, लेकिन अचानक संगठन ने इससे हाथ खींच लिया। इसे काफी अप्रत्याशित माना जा रहा है।

कोझिकोड। तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर को क्या कांग्रेस में अब अलग-थलग किया जा रहा है? क्या मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने वाले शशि थरूर कांग्रेसियों की आंख का कांटा बन गए हैं? ये दो सवाल बीते कुछ दिन में थरूर के साथ हो रही घटनाओं की वजह से उठ रहे हैं। गुजरात विधानसभा के चुनाव होने हैं। इसमें कांग्रेस के तमाम नेता स्टार प्रचारक बनाए गए हैं, लेकिन शशि थरूर का नाम कांग्रेस के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में नहीं है। अब उनके एक और कार्यक्रम से भी कांग्रेस ने दूरी बना ली है।

Shashi Tharoor pic

शशि थरूर को आज केरल के कोझिकोड में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेना है। इस कार्यक्रम में ‘संघ परिवार और पंथ निरपेक्षता को चुनौती’ विषय पर चर्चा होनी है। पहले केरल यूथ कांग्रेस ने खुद को इस कार्यक्रम की मेजबानी से जोड़ा था, लेकिन अचानक संगठन ने इससे हाथ खींच लिया। शशि थरूर के इस कार्यक्रम का सारा खाका भी कोझिकोड की यूथ कांग्रेस जिला कमेटी ने तय किया था। अचानक लिए गए इस फैसले के बारे में पार्टी के नेताओं ने चुप्पी साध रखी है। सूत्रों के मुताबिक केरल कांग्रेस के कुछ नेताओं ने शशि थरूर के कार्यक्रम की मेजबानी के यूथ कांग्रेस के फैसले पर आपत्ति जताई थी। जिसके बाद संगठन ने खुद को इससे अलग करने का फैसला किया है।

shashi tharoor and mallikarjun kharge

शशि थरूर ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में दावेदारी की थी। उन्होंने मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ चुनाव लड़ा था। बीते दिनों हुए कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में खड़गे को 7897 वोट मिले थे। जबकि, थरूर को 1072 वोट ही मिल सके थे। चुनाव में 416 वोट रद्द कर दिए गए थे। कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में उतरने के बाद शशि थरूर और मल्लिकार्जुन खड़गे दोनों ही राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए थे। गांधी परिवार ने इस चुनाव में किसी के समर्थन का एलान नहीं किया था, लेकिन सियासत के सभी जानकारों को पता है कि मल्लिकार्जुन खड़गे गांधी परिवार के करीबी नेताओं में माने जाते हैं। जबकि, शशि थरूर कांग्रेस आलाकमान के तौर-तरीकों पर सवाल उठाने वाले जी-23 गुट में शामिल रहे हैं।