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EC Seeks Evidence On Jairam Ramesh’s Allegations : अमित शाह पर आरोप लगाकर फंसे जयराम रमेश, चुनाव आयोग ने 7 बजे तक मांगा सबूत

EC Seeks Evidence On Jairam Ramesh’s Allegations : कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया था कि गृहमंत्री अमित शाह ने मतगणना से पहले लगभग 150 जिलों के कलेक्टरों को फोन करके धमकाया है। अब अगर जयराम रमेश इन आरोपों को साबित करने वाले सबूत चुनाव आयोग को नहीं दे पाते हैं तो आयोग की ओर से उन पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता जयराम रमेश को चुनाव आयोग ने नोटिस जारी किया है। दरअसल कांग्रेस नेता ने 1 जून को गृहमंत्री अमित शाह पर आरोप लगाया कि उन्होंने लोकसभा चुनाव की मतगणना से पहले लगभग 150 जिलों के कलेक्टरों को फोन करके धमकाया है। इसके अगले दिन 2 जून को चुनाव आयोग ने जयराम से इस आरोप का सबूत उपलब्ध कराने को कहा था, रमेश ने इसके लिए सात दिन का समय मांगा था, जिसे चुनाव आयोग ने अस्वीकार कर दिया और आज शाम 7 बजे तक सबूत उपलब्ध कराने का निर्देश दिया। अब अगर कांग्रेस नेता जयराम रमेश इन आरोपों को साबित करने वाले सबूत चुनाव आयोग को नहीं दे पाते हैं तो आयोग की ओर से उन पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी।

आपको बता दें कि चुनाव आयोग की ओर से आज ही एक प्रेस कांफ्रेंस की गई जिसमें सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि मतगणना शुरू होने से पहले विपक्ष को चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश करने वालों के बारे में भी चुनाव आयोग को बताना चाहिए। उन्होंने कहा कि अफवाह फैलाकर सभी को संदेह के घेरे में नहीं लाया जा सकता है। सीईसी ने कहा कि इस चुनाव में हमको एक सबक ये मिला कि हमने सोचा था विदेश में बैठे लोग चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश करेंगे, लेकिन उसके उलट देश में बैठे लोगों ने चुनाव को प्रभावित करने की नाकाम कोशिश की।

इससे पहले जयराम रमेश ने सवाल उठाते हुए कहा था कि कांग्रेस चुनाव आयोग का सम्मान करती है, लेकिन अब तक चुनाव आयोग की जो कार्यप्रणाली रही है, उस वजह से इस संस्था पर भरोसा नहीं किया जा सकता। कांग्रेस नेता ने कहा था कि चुनाव आयोग एक संवैधानिक संस्था है, इसे निष्पक्ष होना चाहिए। लोगों की नजर न सिर्फ राजनीतिक पार्टियों, उनके उम्मीदवारों बल्कि चुनाव आयोग पर भी है।