नई दिल्ली। जहांगीरपुरी हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस के नेतृत्व में उत्तरी दिल्ली नगर निगम आज जहांगीरपुर की अवैध झुग्गियों को ध्वस्त करने पहुंची थी। इसी बीच अतिक्रमित व अवैध झुग्गियों की ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया चल ही रही थी कि खबर आई कि सुप्रीम कोर्ट ने ध्वस्तिकरण प्रक्रिया पर रोक लगाने का निर्देश दिया है। दरअसल, हुआ यूं कि जमीएत-उलेमा-ए-हिंद ने कोर्ट में याचिका दाखिल कर ध्वस्तिकरण की प्रक्रिया पर रोक लगाने की मांग की थी, जिसके बाद कोर्ट ने यह फैसला सुनाया, लेकिन इस बीच ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया के दौरान कुछ ऐसा हुआ जिसने सभी का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट किया। आइए, आगे आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।
दरअसल, हुआ यूं था कि निगम के कारिंदे मस्जिदों के आस-पास की झग्गियों को ध्वस्त कर ही रहे थे कि आगे मंदिर भी आ गया। वहां स्थित मंदिर भी अपनी निर्धारित सीमा का अतिक्रमण कर रहा था, लेकिन अब इसे संयोग ही कहेंगे कि मंदिर की अतिक्रमित की गए निर्माण तक जेसीबी पहुंचने से पहले ही खबर आई कि कोर्ट ने ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया पर रोक लगाने को कहा है। लिहाजा ध्वस्तीकरण की प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई। वहीं, जैसे ही मंदिर पक्ष के लोगों को खबर मिली कि मंदिर का कुछ हिस्सा अतिक्रमित है, तो फौरन अतिक्रमित किए गए क्षेत्रों को ध्वस्त करने में जुट गए, जिसका वीडियो भी अभी सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है। मंदिर पक्ष के लोग कह रहे हैं कि कल को कोई यह न कहने लगे कि मंदिर भी अतिक्रमित है, लिहाजा हमने खुद ही अतिक्रमित किए गए क्षेत्र को ध्वस्त करने के फैसला किया है। बता दें कि इसका वीडियो भी अभी सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है। लोग इस पर अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए नजर आ रहे हैं। आइए, आगे हम आपको वो वीडियो दिखाते हैं, जो अभी सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है।
यहां देखिए वीडियो
जहांगीरपुरी में श्रदधालुओं ने खुद मंदिर के अवैध हिस्से को हटाने का काम शुरू किया, अवैध अतिक्रमण और मस्जिद के आस-पास बुलडोजर चलने से मचा है बवाल pic.twitter.com/osakxYU6KH
— Newsroom Post (@NewsroomPostCom) April 20, 2022