हमीरपुर। स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) के साथ मौदहा में बुधवार सुबह हुई मुठभेड़ में गैंगस्टर विकास दुबे का दाहिना हाथ माना जाने वाला अमर दुबे मारा गया। गैंगस्टर दुबे ने पिछले शुक्रवार को आठ पुलिस कर्मियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसके बाद से ही विकास दुबे कानपुर पुलिस के लिए मोस्ट वॉन्टेड की लिस्ट में शुमार है। दुबे इस नरसंहार का एक नामजद आरोपी था। वहीं इस मुठभेड़ के बाद गैंगस्टर के एक और साथी श्यामू बाजपेयी गिरफ्तार किया गया है। मुठभेड़ में वह घायल हो गया है।
श्यामू बाजपेयी के ऊपर भी 25 हजार रुपये का इनाम है। गिरफ्तार किए जाने वाले विकास दुबे गिरोह का दूसरा सदस्य श्यामू है, इससे पहले दया शंकर अग्निहोत्री को गिरफ्तार किया गया था।
Kanpur: Vikas Dubey’s aide Shyamu Bajpai carrying a reward of Rs 25,000 has been arrested by Chaubeypur police following an encounter. pic.twitter.com/WxanOWuyp9
— ANI UP (@ANINewsUP) July 8, 2020
गैंगस्टर की मदद करने के लिए गिरफ्तार किए गए तीन अन्य लोगों में उसकी नौकरानी रेखा, एक रिश्तेदार क्षमा दुबे और सुरेश वर्मा शामिल हैं। एसटीएफ सूत्रों के अनुसार, पुलिस की टीम को जिले में अमर की मौजूदगी के बारे में सूचना मिली थी। जब उन्होंने उसे घेरने की कोशिश की, तो अपराधी ने उन पर गोलियां चला दीं। इसके बाद पुलिस ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें वह करीब 6.30 बजे मारा गया।
कथित तौर पर अमर मौदहा इलाके में अपने एक रिश्तेदार के घर जा रहा था। एसटीएफ के एक अधिकारी ने कहा, “हमने उसे आत्मसमर्पण करने के लिए कहा था, लेकिन उसने फायरिंग कर दी और जब हमने जवाबी कार्रवाई की तो वह मारा गया।”
जानकारी के मुताबिक अमर पहले फरीदाबाद में छिपा था, लेकिन पुलिस का दबाव बढ़ने के कारण वह वहां से भाग निकला। अमर दुबे, विकास दुबे का भरोसेमंद साथी था और नरसंहार के बाद कानपुर पुलिस ने उस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था। इसी दौरान कुछ र्पिोटों में दावा किया गया है कि विकास दुबे को भी मंगलवार रात फरीदाबाद के एक होटल में देखा गया था, लेकिन पुलिस के उस तक पहुंचने से पहले ही वो भाग गया।
फरीदाबाद के होटल में छिपा था विकास दुबे, पुलिस के पहुंचने से पहले भागा
उत्तर प्रदेश में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या करने वाले भगोड़े गैंगस्टर के फरीदाबाद में नजर आने के बाद हरियाणा पुलिस को हाई अलर्ट पर रखा गया है। बुधवार सुबह अधिकारियों ने यह जानकारी दी। हालांकि, स्थानीय पुलिस के छापेमारी करने से पहले ही वह भाग निकला। खुफिया र्पिोटों के अनुसार, विकास फर्जी पहचान के जरिए बदखल चौक इलाके में स्थित एक छोटे होटल में रुका था। हरियाणा और उत्तर प्रदेश की संयुक्त टीमों ने दुबे के एक सहयोगी को हिरासत में लिया है। उसने पुष्टि की है कि दुबे होटल में उसके साथ रूका था।
वहीं पुलिस को सीसीटीवी फुटेज हासिल करने में कामयाबी मिली है, जिसमें दुबे काले रंग की शर्ट, जींस और मास्क पहने होटल में नजर आ रहा है। एक और सीसीटीवी कैमरे से पता चला कि वह एक बैग रखे है और सड़क किनारे खड़ा होकर एक वाहन के आने का इंतजार कर रहा था। होटल के कर्मचारियों के अनुसार, विकास ने अपनी पहचान अंकुर के रूप में कराई थी और पुलिस के होटल पहुंचने से पहले ही वह वहां से भाग गया था।
Haryana: Two persons have been detained in Faridabad in connection to the Kanpur (Uttar Pradesh) encounter in which 8 police personnel lost their lives. pic.twitter.com/3Wp1Xoe9RT
— ANI (@ANI) July 7, 2020
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने आईएएनएस को बताया, “हमारी जानकारी के मुताबिक विकास दुबे दिल्ली और एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में आने-जाने के लिए सार्वजनिक परिवहन का उपयोग कर रहा है। सीसीटीवी फुटेज में साफ दिखाई दे रहा है कि वह सड़क के किनारे खड़े होकर एक वाहन का इंतजार कर रहा था।”
दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में गैंगस्टर को पकड़ने के लिए बड़े पैमाने पर कार्रवाई जारी है। इससे पहले बुधवार सुबह स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने उत्तर प्रदेश के मौदहा में एक मुठभेड़ में अमर दुबे को मार गिराया था। गैंगस्टर विकास दुबे के दाहिने हाथ माने जाने वाले अमर को मंगलवार को कानपुर पुलिस ने मोस्ट वॉन्टेड की सूची में शामिल किया था।