बेंगलुरु। कर्नाटक में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस नए विवाद में घिर गई है। प्रतिबंधित आतंकी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के राजनीतिक संगठन एसडीपीआई के एक नेता ने अंग्रेजी न्यूज चैनल टाइम्स नाउ को बताया है कि कांग्रेस और जेडीएस के नेता चुनाव में गठबंधन के लिए संपर्क में हैं। उसने ये भी कहा कि दोनों पार्टियां पीएफआई के कैडर को भी अपने साथ जोड़ना चाहते हैं। एसडीपीआई नेता ने ये दावा भी किया कि साल 2018 में हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने संगठन से मदद ली थी। कांग्रेस ने 2018 में मदद लेने की बात से इनकार किया है। हालांकि, एसडीपीआई के ताजा दावे पर पार्टी ने अब तक कुछ नहीं कहा है।
Congress & JDS are approaching us to welcome PFI workers for the polls: Top SDPI leader claims ahead of the 2023 Karnataka assembly elections.@KeypadGuerilla& @dpkBopanna join @anchoramitaw & @kritsween with more details. pic.twitter.com/4ylrybsXfV
— TIMES NOW (@TimesNow) April 10, 2023
एसडीपीआई के बारे में बीते दिनों खबर आई थी कि वो पीएफआई के कार्यकर्ताओं की भर्ती कर रहा है। ये खबर हमने आपको दी थी। अब कांग्रेस की तरफ से एसडीपीआई से चुनाव में गठबंधन करने के दावे पर बीजेपी ने सख्त प्रतिक्रिया दी है। कर्नाटक बीजेपी के प्रवक्ता एस. प्नकाश ने कांग्रेस और आतंकी संगठन के बीच साठगांठ होने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि ये कांग्रेस का चरित्र दिखाता है कि वो पीएफआई जैसे आतंकी संगठन के राजनीतिक विंग के साथ गठबंधन की कोशिश कर रही है। कर्नाटक में 10 मई को विधानसभा चुनाव की वोटिंग होनी है। इससे ठीक पहले एसडीपीआई नेता की तरफ से किया गया खुलासा वहां कांग्रेस के लिए बड़ी मुश्किल का सबब बन सकता है।
बता दें कि कर्नाटक में बीते एक साल में कई हिंदूवादी नेताओं पर हमले हो चुके हैं। इन सबमें पीएफआई के कारकूनों का हाथ होने का खुलासा हुआ था। इन हिंदूवादी नेताओं पर हमलों के मामले में कांग्रेस ने कभी सख्त बयान जारी नहीं किया। अब पीएफआई के सहयोगी एसडीपीआई के नेता के दावे की वजह से कांग्रेस को जनता के सामने जवाब देने में मुश्किल हो सकती है। कुल मिलाकर कर्नाटक में बीजेपी अब इस मामले को बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी में है। पहले से ही हिजाब विवाद और टीपू सुलतान के मुद्दे यहां गरमाए हुए हैं।