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ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों पर दिए अपने ही बयान में फंसी केजरीवाल सरकार, कोर्ट में मानी थी ये बात!

Kejriwal Government Statement: ऑक्सीजन से हुई मौतों को लेकर सरकार ने संसद में कहा कि, राज्यों ने इस तरह की कोई जानकारी केंद्र को नहीं दी। वहीं मनीष सिसोदिया का कहना है कि सरकार झूठ बोल रही है।

नई दिल्ली। कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी से होनें वाली मौतों के दावे पर एक बार फिर से हंगामा मचा हुआ है। दरअसल मंगलवार को मोदी सरकार (Modi Government) ने राज्यसभा (Rajya Sabha) में जानकारी दी थी कि, देश में आई दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत की जानकारी राज्यों की तरफ से नहीं दी गई। गौरतलब इस बयान पर अब विपक्ष हंगामा खड़ा कर रहा है। दिल्ली सरकार में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का कहना है कि केंद्र सरकार ने संसद में बड़ी ही बेशर्मी से झूठ बोला है कि देश में ऑक्सीजन से कोई मौत नहीं हुई। सिसोदिया ने यहां तक कहा कि, दिल्ली सरकार ऑक्सीजन की कमी से हुई मौतों की जांच कराएगी जिससे सच सबके सामने आ सके। फिलहाल सिसोदिया भले इस तरह के बयान दे रहे हों लेकिन इस दावे को लेकर केजरीवाल सरकार कोर्ट में दिए अपने ही एक हलफनामे को लेकर फंस गई है।

manish sisodia

अमित मालवीय ने किया पलटवार

बता दें कि ऑक्सीजन से हुई मौतों को लेकर सरकार ने संसद में कहा कि, राज्यों ने इस तरह की कोई जानकारी केंद्र को नहीं दी। वहीं मनीष सिसोदिया का कहना है कि सरकार झूठ बोल रही है। ऐसे में अब भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने एक ट्वीट कर केजरीवाल सरकार को आईना दिखाने की कोशिश की है।

amit malvia

ट्वीट में क्या लिखा

बता दें कि उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा कि, “मई 2021 में दिल्ली सरकार द्वारा गठित की गई 4 सदस्यीय समिति ने जो इनपुट दिए थे उसके आधार पर अरविंद केजरीवाल सरकार ने कोर्ट में एक हलफनामा दायर किया था। जिसमें केजरीवाल सरकार ने कहा था कि दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी के कारण कोई मौत नहीं हुई है।

अपने ही बयान में फंसी केजरीवाल सरकार

गौरतलब है कि ऑक्सीजन की कमी से मौतों को लेकर केजरीवाल सरकार के हलफनामें के वायरल होने से खुद केजरीवाल सरकार ही फंसती नजर आ रही है। मामला कुछ ऐसा हुआ है कि एक तरफ केजरीवाल सरकार ने कोर्ट को हलफनामे में बताया कि ऑक्सीजन की कमी से किसी की मौत होने की पुष्टि नहीं हुई है तो वहीं दूसरी तरफ जब इसी बात को केंद्र सरकार ने संसद में कहा तो आप सरकार के मंत्री  मनीष सिसोदिया इस पर सवाल उठाने लगे।

संबित पात्रा ने क्या कहा

बता दें कि इसी मामले पर बुधवार को भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि सदन में कल ऑक्सीजन की कमी से हुई मौत पर सवाल पूछा गया था। इस पर उत्तर जो दिया , उस पर तीन चीजें ध्यान देने योग्य हैं। केंद्र कहता है कि स्वास्थ्य राज्यों का विषय है। केंद्र कहता है कि हम सिर्फ राज्यों के भेजे डेटा को संग्रहित करते हैं। हमने एक गाइडलाइन जारी किया है, जिसके आधार पर राज्य अपने मौत के आंकड़ों को रिपोर्ट कर सकें।

Sambit Patra
उन्होंने कहा कि किसी भी राज्य ने ऑक्सीजन की कमी को लेकर हुई मृत्यु पर कोई आंकड़ा नहीं भेजा। किसी ने ये नहीं कहा कि उनके राज्य में ऑक्सीजन की कमी को लेकर मौत हुई है। न्यायाधीशों के सामने महाराष्ट्र सरकार ने माना है कि किसी प्रकार से कोई मृत्यु ऑक्सीजन के कारण नहीं हुई है। छत्तीसगढ़ जहां कांग्रेस की सरकार है वो खुद कह रही है कि हमारे राज्य में एक भी मृत्यु ऑक्सीजन की कमी के कारण नहीं हुई है। वहीं दिल्ली सरकार ने भी एक हलफनामें में ऑक्सीजन की कमी से होने वाली मौतों की पुष्टि नहीं की। गौरतलब है कि संबित पात्रा के इस बयान पर मनीष सिसोदिया ने आपत्ति जताई है। उन्होंने कहा कि जिस बेशर्मी से केंद्र सरकार ने संसद में झूठ बोला और आज उस बेशर्मी को अंडरलाइन करने के लिए बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा आए।