हैदराबाद। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किशन रेड्डी ने मंगलवार को कहा कि कुछ तत्व अभी भी दिल्ली में हिंसा भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। मंत्री ने संवाददाताओं से कहा, “खबरें आ रही हैं कि आज भी हिंसा पैदा करने की कोशिश की जा रही है। हम हिंसा के लिए जिम्मेदार लोगों का पता लगाने के लिए उच्च स्तरीय जांच करेंगे और लोगों के सामने सच्चाई लाएंगे।”
उन्होंने कहा कि कुछ अराजक तत्व अभी भी दिक्कत पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। दिल्ली पुलिस व अर्धसैनिक बल उचित कदम उठा रहे हैं।
“Our government will not tolerate any kind of violent protests which would result in loss of lives of our personnel & citizens.
With a Head of State visiting India, it’s a conspiracy to create chaos in Delhi & show our country in poor light”: MoS @kishanreddybjp on Delhi violence— Office of G. Kishan Reddy (@KishanReddyOfc) February 25, 2020
उन्होंने स्पष्ट किया कि केंद्र निर्दोष लोगों की हत्या, निजी व सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान व ड्यूटी के दौरान पुलिस कर्मियों पर हमले को बर्दाश्त नहीं करेगा।
उन्होंने जोर देकर कहा कि दिल्ली में हिंसा पूर्व नियोजित है और इसका उद्देश्य अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की यात्रा के दौरान भारत की छवि को धूमिल करना है।
असदुद्दीन ओवैसी कब तक ये लोग मेरे नाम की मिठाई खाते रहेंगे
एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली में हुई हिंसा के लिए भाजपा के नेता जिम्मेदार हैं। उन्होंने केंद्रीय गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी के बयान पर कहा कि कब तक ये लोग मेरे नाम की मिठाई खाते रहेंगे। उन्हें (जी किशन रेड्डी) वापस दिल्ली जाना चाहिए। वे हैदराबाद में क्या कर रहे हैं? वे गृह राज्यमंत्री हैं। उन्हें वहां जाकर स्थिति को नियंत्रित करना चाहिए।
ओवैसी ने सीएए के खिलाफ सोमवार रात एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह आपकी पुलिस, दिल्ली पुलिस दंगाइयों के साथ मिल कर पथराव कर रही थी। हम इसकी (हिंसा) निंदा करते हैं। यह शर्म की बात है कि हिंसा हुई।’ उन्होंने कहा, ‘दूसरे देश के राष्ट्रपति दिल्ली आते हैं और हिंसा हो जाती है। यह देश के लिए शर्म की बात है।’
This violence in Delhi has to stop. pic.twitter.com/mQQ9QwRSZx
— AIMIM (@aimim_national) February 24, 2020
उन्होंने ट्वीट किया, ‘ये दंगे पूर्व विधायक एवं भाजपा नेता के उकसावे का नतीजा हैं। अब इसमें पुलिस के शामिल होने के स्पष्ट सबूत हैं। पूर्व विधायक को तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए। हिंसा को रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए जाने चाहिए, अन्यथा यह फैलेगी।’
हिंसा को सही नहीं ठहराया जा सकता : राहुल गांधी
वहीं, राहुल गांधी ने हिंसा को लेकर कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन स्वस्थ लोकतंत्र का प्रतीक है। हिंसा को कभी भी उचित नहीं ठहराया जा सकता है। मैं दिल्ली के नागरिकों से आग्रह करता हूं कि वे इस वक्त संयम से काम लें। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया- दिल्ली में पूरा दिन हिंसा से भरा रहा।
The violence today in Delhi is disturbing & must be unequivocally condemned. Peaceful protests are a sign of a healthy democracy, but violence can never be justified. I urge the citizens of Delhi to show restraint, compassion & understanding no matter what the provocation.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 24, 2020
हिंसा से सिर्फ आम जनता और देश का नुकसान होता है। मैं सभी दिल्लीवासियों से शांति की अपील करती हूं। सोनिया गांधी ने कहा कि जो शक्तियां देश पर अपनी सांप्रदायिक और विभाजनकारी विचारधारा को थोपना चाहती हैं, उनका यहां कोई स्थान नहीं है।