नई दिल्ली। आखिरकार वो लम्हा आ ही गया जिसका हम सभी को बेसब्री से इंतजार था। इंतजार था हमें उस पल का…जब एनडीए की तरफ उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का ऐलान किया जाना था। सुबह से ही बीजेपी कार्यालय में इसे लेकर गहमागहमी का दौर जारी था। वरिष्ठ नेताओं के बीच मंत्रणा चल रही थी। लिहाजा, लंबी मंत्रणा के परिणामस्वरूप पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ का ऐलान बतौर उप राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में करके बीजेपी ने सभी को चौंका दिया। किसी को भी इस बात की भनक तक नहीं थी कि बीजेपी उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में धनखड़ के नाम का ऐलान कर सकती है। ध्यान रहे कि उपराष्ट्रपति के उम्मीदवार के रूप में कई नाम पर कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन अंत में धनखड़ के नाम का ऐलान कर बीजेपी ने बड़ा दांव चल दिया है। आइए, इस रिपोर्ट में आगे धनखड़ के बारे में सबकुछ विस्तार से जानते हैं।
जानिए व्यक्तिगत जीवन
18 मई, 1951 को जन्मे जगदीप धनखड़ इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन पेरिस के सदस्य भी रह चुके हैं। वे सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता और राजस्थान हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के प्रेसिडेंट भी रहे हैं। उधर, उनके राजनीतिक जीवन की बात करें तो वे कांग्रेस की सियासी पिच पर भी शानदार पारी खेल चुके हैं। ध्यान रहे कि झुंझुनूं से 1989 से 91 तक जनता दल से सांसद रहने के बाद वे कांग्रेस की शरण में चले गए थे। वे अजमेर से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव भी लड़े थे, लेकिन अफसोस उन्हें मुंह की खानी पड़ गई। जिसके बाद उन्होंने साल 2003 में बीजेपी का दामन थाम लिया। वे बीजेपी से किशनगढ़ से विधायक भी रहे थे।
जानिए शैक्षणिक जीवन
उधर, अगर जगदीप धनखड़ के शैक्षणिक जीवन की बात करें, तो उनका चयन आईआईटी, एनडीए व आईएएस के लिए हुआ था, लेकिन इन सभी से इन्होंने गुरेज करते हुए वकालत में हाथ आजमाया। जगदीप धनखड़ की प्रारंभिक शिक्षा किठाना गांव के सरकारी माध्यमिक विद्यालय से हुई थी। उन्होंने जयपुर के महाराजा कॉलेज से फिजिक्स में स्नातक किया है। इसके बाद 1978-79 में उन्होंने वकालत की डिग्री की हासिल की।