काठमांडू। कोरोनावायरस के खिलाफ चल रही जंग ने तेज गति से दौड़ रही समूची दुनिया को थाम दिया है। इस महामारी ने दुनिया के तमाम देशों को करीब लाने का काम भी किया है। धरती पर जमीन और पैसे के लिए अनेक लड़ाईयां लड़ी गईं, लेकिन मानव जाति को बचाने के लिए ये अपनी तरह की पहली लड़ाई है। इस लड़ाई में एक दूसरे का साथ बेहद महत्वपूर्ण है।
इस दौरान भारत भी दुनिया का साथ दे रहा है। संसार में ऐसे चंद ही देश बचे हैं जिन्हें इस महामारी ने अपनी चपेट में नहीं लिया है। हमारा पड़ोसी मित्र देश नेपाल भी ऐसे ही कुछ देशों में से एक है। अब भारत ने अपने पड़ोसी नेपाल की मदद के लिए कोरोना वायरस से लड़ाई के लिए 23 टन दवा भेजी है। भारत द्वारा दवा भेजे जाने पर नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने पीएम नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा किया है।
भारत की इस मदद के बाद नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भारत द्वारा मदद भेजे जाने पर लिखा, ‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए नेपाल को 23 टन जरूरी दवाइयां भेजी हैं। आज भारत के एम्बैस्डर द्वारा हमारे स्वास्थ्य मंत्री को दवाइयां सौंपी गईं।
I thank Prime Minister Shri @narendramodi ji for India’s generous support of 23 tonnes of essential medicines to Nepal, to fight COVID-19 Pandemic. The medicines were handedover to the Minister for Health and Population today by the Ambassador of India.
— K P Sharma Oli (@kpsharmaoli) April 22, 2020
इसके बाद नेपाल के पीएम ओली के ट्वीट पर पीएम मोदी ने जवाब दिया, ‘भारत और नेपाल के बीच एक खास रिश्ता है। यह रिश्ता न केवल मजबूत हैं बल्कि इसकी जड़ें काफी गहरी हैं। भारत इस आपदा की घड़ी में नेपाल के साथ खड़ा है।’
India-Nepal relationship is special. Our bonds are not only strong but also deep-rooted.
India stands in solidarity with people and the Government of Nepal to fight COVID-19 pandemic.@kpsharmaoli https://t.co/jQ6hYgkKfY
— Narendra Modi (@narendramodi) April 22, 2020
गौरतलब है कि भारतीय दूतावास ने एक बयान जारी कर नेपाल के स्वास्थ्य मंत्री को दवाएं सौंपे जाने के बारे में जानकारी दी थी। बयान में लिखा था कि ये दवाएं भारत के लोगों की तरफ से नेपाल की जनता को एक बेंट हैं। इस भेंट में 8.25 लाख खुराक जरूरी दवाएं हैं जिनमें 3.2 लाख खुराक पैरासिटामोल और 2.5 लाख खुराक हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन शामिल हैं।
बयान में कहा गया कि भारत संकट की इस घड़ी में नेपाल और दक्षिण एशिया के अन्य साथी देशों के साथ खड़ा है। भारत और नेपाल के रिश्ते पिछले कुछ समय में खराब होते हुए नजर आ रहे थे, क्योंकि नेपाल कुछ हद तक चीन के पक्ष में बातें कर रहा था। लेकिन अब कोरोना संकट काल के बीच भारत की मदद से रिश्ते बेहतर होते दिख रहे हैं।