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नेपाल के पीएम ने जताया प्रधानमंत्री का आभार, जानिए क्या कहा

भारत द्वारा कोरोना से लड़ने के लिए दवा भेजे जाने पर नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने पीएम नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा किया है।

काठमांडू। कोरोनावायरस के खिलाफ चल रही जंग ने तेज गति से दौड़ रही समूची दुनिया को थाम दिया है। इस महामारी ने दुनिया के तमाम देशों को करीब लाने का काम भी किया है। धरती पर जमीन और पैसे के लिए अनेक लड़ाईयां लड़ी गईं, लेकिन मानव जाति को बचाने के लिए ये अपनी तरह की पहली लड़ाई है। इस लड़ाई में एक दूसरे का साथ बेहद महत्वपूर्ण है।

France Corona Case

इस दौरान भारत भी दुनिया का साथ दे रहा है। संसार में ऐसे चंद ही देश बचे हैं जिन्हें इस महामारी ने अपनी चपेट में नहीं लिया है। हमारा पड़ोसी मित्र देश नेपाल भी ऐसे ही कुछ देशों में से एक है। अब भारत ने अपने पड़ोसी नेपाल की मदद के लिए कोरोना वायरस से लड़ाई के लिए 23 टन दवा भेजी है। भारत द्वारा दवा भेजे जाने पर नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने पीएम नरेंद्र मोदी का शुक्रिया अदा किया है।

Narendra Modi KP Sharma Oli

भारत की इस मदद के बाद नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भारत द्वारा मदद भेजे जाने पर लिखा, ‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करता हूं कि उन्होंने कोविड-19 महामारी से लड़ने के लिए नेपाल को 23 टन जरूरी दवाइयां भेजी हैं। आज भारत के एम्बैस्डर द्वारा हमारे स्वास्थ्य मंत्री को दवाइयां सौंपी गईं।

इसके बाद नेपाल के पीएम ओली के ट्वीट पर पीएम मोदी ने जवाब दिया, ‘भारत और नेपाल के बीच एक खास रिश्ता है। यह रिश्ता न केवल मजबूत हैं बल्कि इसकी जड़ें काफी गहरी हैं। भारत इस आपदा की घड़ी में नेपाल के साथ खड़ा है।’

गौरतलब है कि भारतीय दूतावास ने एक बयान जारी कर नेपाल के स्वास्थ्य मंत्री को दवाएं सौंपे जाने के बारे में जानकारी दी थी। बयान में लिखा था कि ये दवाएं भारत के लोगों की तरफ से नेपाल की जनता को एक बेंट हैं। इस भेंट में 8.25 लाख खुराक जरूरी दवाएं हैं जिनमें 3.2 लाख खुराक पैरासिटामोल और 2.5 लाख खुराक हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन शामिल हैं।

बयान में कहा गया कि भारत संकट की इस घड़ी में नेपाल और दक्षिण एशिया के अन्य साथी देशों के साथ खड़ा है। भारत और नेपाल के रिश्ते पिछले कुछ समय में खराब होते हुए नजर आ रहे थे, क्योंकि नेपाल कुछ हद तक चीन के पक्ष में बातें कर रहा था। लेकिन अब कोरोना संकट काल के बीच भारत की मदद से रिश्ते बेहतर होते दिख रहे हैं।