नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर को जबसे केन्द्रशासित प्रदेश बनाया गया है, तब से वहां पर राजनीतिक और प्रशासनिक गतिविधियों में बदलाव देखने को मिल रहा है। जम्मू-कश्मीर विकास की एक नई दिशा की तरफ बढ़ रहा है चाहे पर्यटन को बढ़ावा देने की बात हो, आतंकवाद का खात्मा करने की बात हो, हर मुद्दे पर अब केंद्र सरकार और स्थानीय प्रशासन ध्यान दे रहा है। इसी कड़ी में जम्मू-कश्मीर की पहचान मानी जाने वाली डल झील को लेकर जम्मू-कश्मीर के उप राज्यपाल ने जो कहा वो जम्मू-कश्मीर के निवासियों समेत पूरे देश के लोगों के लिए अच्छी खबर साबित हो सकती है।
अब डल झील की होगी सफाई
दरअसल जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने श्रीनगर सहित पूरे UT में स्वच्छता अभियान शुरू किया है, जो 15 दिनों तक चलने वाले इस अभियान में शहर की सफाई और सौंदर्यीकरण में आम लोगों को भी शामिल किया गया है। लेकिन कार्यकर्ता झील के विकास प्राधिकरण के कामकाज के साथ-साथ झील के संरक्षण में शामिल अन्य कार्यालयों से खुश नहीं हैं। इसी पर जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल ने कहा कि डल झील उतनी साफ़ नहीं हुई है, जितनी होनी चाहिए। हम आगे इस झील को साफ़ करने के लिए काम करेंगे।
पूरे जम्मू-कश्मीर में चलाया जायेगा सफाई अभियान
उप राज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि झील में खर-पतवार को निकालने के लिए कुछ मशीने काम कर रही हैं, जिनमें से कुछ को हमने तैनात किया है और यह कार्य पिछले कुछ दिनों से चल रहा है।’ आपको बता दें कि महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मनोज सिन्हा ने कहा कि पूरे जम्मू-कश्मीर में अगले 15 दिनों तक सफाई अभियान जारी रहेगा।
दो दशक में 600 करोड़ रूपये खर्च
आपको बता दें कि सरकार ने पिछले दो दशकों में डल झील की सफाई और पुनर्जीवित करने के लिए 600 करोड़ रुपये से अधिक खर्च किए हैं, लेकिन पिछले कुछ सालों में झील का क्षेत्र काफी कम हो गया है। झील के आस पास अतिक्रमण को हटाने और निवासियों को स्थानांतरित करने में अधिकाश पैसा खर्च कर दिया गया। हालांकि अब जम्मू कश्मीर के उप राज्यपाल ने कहा कि डल झील को अब अच्छे से साफ़ किया जायेगा।