नई दिल्ली। चलिए, देश के सबसे बड़े सूबे की राजधानी लखनऊ चलते हैं, लखनवी अंदाज भला किसे नहीं भाता, लेकिन आज सुबह लखनऊ में बवाल मच गया। यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्र हमेशा की तरह आज कक्षाओं में नहीं, बल्कि बाहर जमकर नारेबाजी करते दिखें। वो भी अपने ही प्रोफेसर के खिलाफ। इतना ही नहीं, बात अगर नारेबाजी तक ही सीमित रहती, तो मसला इतना संजीदा न होता, जितना की अब हो चुका है। दरअसल, छात्रों ने अपने ही प्रोफेसर को निलंबित करने की मांग की है। इस संदर्भ में उन्होंने विश्वविद्यालय प्रशासन को पत्र भी लिखा है, जिसमें उन्होंने पूरा वाकया विस्तार से बताते हुए प्रोफेसर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की ताकीद की है।आइए, अब आगे आपको विस्तार से बताते हैं कि आखिर पूरा माजरा क्या है, और आखिर क्यों छात्रों ने अपने ही प्रोफेसर के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।
जानिए पूरा माजरा
दरअसल, छात्रों का आरोप है कि हिंदी विभाग के प्रोफेसर रविकांत ने कल यानी की सोमवार को टीवी डिबेट के दौरान हिंदू धर्म के संदर्भ में न महज आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, बल्कि पंडितों को रेपिस्ट तक करार दिया था। जिले से लेकर यूनिवर्सिटी के छात्र अपना विरोध जता रहे हैं और यूनिवर्सिटी प्रशासन से प्रोफेसर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं। छात्रों ने कहा कि हम विरोध प्रदर्शन करने के दौरान किसी भी प्रकार की हिंसक प्रवृत्तियों को बढ़ावा नहीं दे रहे हैं। हमारा प्रदर्शन शांतिपूर्वक चल रहा है। वहीं, छात्रों का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने बेवजह उनके शांतिपूर्वक चल रहे प्रदर्शन में खलल डालने की कोशिश की। पुलिसकर्मियों ने छात्रों संग अभद्र व्यवहार किया। जिसे लेकर छात्रों ने विरोध दर्ज कराया है।
इतना ही नहीं, प्रदर्शनकारी छात्रों ने यह भी कहा है कि जब यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से उक्त प्रोफेसर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती है, तब तक उनका विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। गौर करने वाली बात है कि अभी तक यूनिवर्सिटी की तरफ से उक्त प्रदर्शन के संदर्भ में कोई भी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। छात्रों ने कहा कि यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले छात्र किसी भी मत, संप्रदाय के हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में प्रोफेसर किसी भी विषय पर लैक्चर देने से पहले उन तमाम बिंदुओं का विशेष ध्यान रखना चाहिए। अगर ऐसा नहीं किया जाता है, तो ऐसे शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। बता दें कि उक्त मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था, जिसमें छात्र प्रदर्शन करते हुए नजर आ रहे हैं। अब ऐसी स्थिति में यह पूरा माजरा आगे चलकर क्या कुछ कार्रवाई की जाती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। क्या यूनिवर्सिटी द्वारा आपत्तिजनक बयान देने वाले प्रोफेसर के खिलाफ कोई कार्रवाई भी जाती है या छात्रों का प्रदर्शन यूं ही जारी रहेगा। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा। तब तक के लिए आप देश-दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए…न्यूज रूम पोस्ट.कॉम