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Maa Annapurna: PM मोदी की कोशिशों से भारत लाई गई मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा, मन की बात कार्यक्रम में दी थी जानकारी

Maa Annapurna: करीब 100 साल पहले भारत केे वाराणसी से चुराई गई मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा वापिस अपनाे स्थान पर स्थापित की जाएगी। यह भी पीएम मोदी की कोशिशों का ही असर है कि एक और भारतीय प्रतिमा स्वदेश लाई गई है।

नई दिल्ली। करीब 100 साल पहले भारत केे वाराणसी से चुराई गई मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा वापिस अपनाे स्थान पर स्थापित की जाएगी। यह भी पीएम मोदी की कोशिशों का ही असर है कि एक और भारतीय प्रतिमा स्वदेश लाई गई है। 14 नवंबर को दिल्ली और चुकी यह मूर्ति आज गोपाष्टमी के मौके पर यूपी सरकार को भी सौंप दी गई है। केन्द्रीय मंत्री जीके द्वारा यह प्रतिमा यूपी सरकार को सौंपी गई है। वहीं 15 नवंबर को काशी विश्वनाथ धाम में इस प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा कर दी जाएगी।

सालों पहले चुराई गई थी मूर्ति

बता दें कि सौ साल पहले इस मूर्ति को काशी के एक घाट से चुराकर कनाडा ले जाया गया था। पिछले 100 साल से यह प्रतिमा कनाडा में यूनिवर्सिटी ऑफ रेजिना के मैकेंजी आर्ट गैलरी रखी हुई थी। वहीं इस प्रतिमा को वापिस भारत लाया जा चुका है, जिसमें मां अन्नपूर्णा के एक हाथ में खीर की कटोरी और दूसरे हाथ में चम्मच लिए हुए हैं।

मन की बात कार्यक्रम में दी जानकारी

गौरतलब हैं कि पीएम मोदी ने 29 नवंबर 2020 को अपने मन की बात कार्यक्रम के दौरान देश के लोगों को मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा कनाडा में मिलने की जानकारी दी थी। इस दौरान उन्होंने कहा था कि हर एक भारतीय को यह जानकर गर्व होगा कि मां अन्नपूर्णा की सदियों पुरानी प्रतिमा कनाडा से भारत वापस लाई जा रही है। यह प्रतिमा करीब 107 साल पहले वाराणसी के एक मंदिर से चोरी हुई थी।

अमेरिका से भी लाए गए भारतीय पुरातत्व

गौरतलब है कि इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अमेरिका द्वारा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण सौंपी गईं थी। इस दौरान पीएम मोदी 157 मूर्तियां वापिस भारत ला थे। जिनका एएसआइ को बेसब्री से इंतजार था। इस मामले में एएसआइ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया था कि जो मूर्तियां भारत लाई गई, इनकी कीमत नहीं आंकी जा सकती है, ये अमूल्य हैं। उन्होंने बताया कि मूर्ति तस्कर सुभाष कपूर द्वारा देश के विभिन्न हिस्सों से चोरी कर इन्हें अमेरिका में बेच दिया गया था। इनमें से कौन सी मूर्ति अपने देश से कब और कहां से चोरी हुई है, इसके बारे में किसी तरह को कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है।