नई दिल्ली। एक तरफ मध्य प्रदेश में 28 सीटों के लिए उप चुनाव होने को हैं तो वहीं दूसरी तरफ मध्य प्रदेश सरकार में दो मंत्रियों ने अपना इस्तीफा सीएम शिवराज सिंह चौहान को सौंप दिया है। बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा की लिए उपचुनाव (MP Assembly By-Election) में मुख्यधारा की राजनीतिक पार्टियों के साथ-साथ कई क्षेत्रीय दल और निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में किस्मत आजमा रहे हैं। ऐसे में बिना विधायक बने छह महीने होने पर मध्य प्रदेश के दो मंत्री तुलसी सिलावट और गोविंद राजपूत ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अपना इस्तीफ़ा सौंप दिया है। इन मंत्रियों का इस्तीफा शिवराज सिंह चौहान ने मंजूर कर लिया है और राजभवन भेज दिए। बता दें कि दोनों ही नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुये थे, साथ ही इस बार के उपचुनाव भी लड़ रहे हैं। दरअसल नियम के मुताबिक ऐसा संवैधानिक प्रावधान है कि कोई भी मंत्री सदन का सदस्य बने बिना 6 महीने से ज्यादा समय तक मंत्रीपद पर बने नहीं रह सकता है। ऐसे में उपचुनाव भी मध्य प्रदेश में होने वाले हैं। इसी प्रक्रिया के चलते दोनों नेताओं को इस्तीफ़ा देना पड़ा।
वहीं राज्य में हो रहे उपचुनाव की बात करें तो सांवेर विधानसभा उपचुनाव में कड़ी टक्कर बीजेपी के तुलसीराम सिलावट और कांग्रेस के प्रेमचंद गुड्डू के बीच माना जा रहा है। हाल ही में जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने नामांकन भरा तो वहीं, अगले दिन गुरुवार को प्रेमचंद गुड्डू ने नामांकन दाखिल किया। दोनों ने ही नामांकन के साथ अपनी आय का शपथ पत्र भी दिया है।
तुलसी सिलावट सांवेर से चार बार विधायक रहे मध्यप्रदेश सरकार के जल संसाधन मंत्री भी, उन्होंने अबकी बार भाजपा प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया।