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Narendra Giri Death Case: सामने आया महंत नरेंद्र गिरि का हाईस्कूल का सर्टिफिकेट, अनपढ़ होने का दावा निकला गलत!

Mahant Narandar Giri Case: अब तक वो सभी लोग जो इस पूरे मसले को यह कहकर डायवर्ट करने की कोशिश कर रहे थे कि महंत नरेंद्र गिरि तो पढ़े लिखे नहीं थें। उन्होंने तो पूरी जिंदगी कुछ लिखा ही नहीं था तो भला 8 पेज का सुसाइड नोट लिखने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता है।

नई दिल्ली। अब तक वो सभी लोग जो इस पूरे मसले को यह कहकर डायवर्ट करने की कोशिश कर रहे थे कि महंत नरेंद्र गिरि तो पढ़े लिखे नहीं थें। उन्होंने तो पूरी जिंदगी कुछ लिखा ही नहीं था तो भला 8 पेज का सुसाइड नोट लिखने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता है, लेकिन अब एक ऐसी खबर सामने आई है जिसने ऐसा कहने वाले सभी लोगों को सवालिया कठघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। खबर है कि महंत नरेंद्र गिरि तो 10 वीं पास थे। यह बात हम या कोई और नहीं कह रहा है, बल्कि मीडिया में आए उनका 10वीं कक्षा का प्रमाणपत्र कह रहा है कि भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि ने सन् 1978 में  सेकेंड डिविजन से दसवीं कक्षा उत्तीर्ण की थी। वहीं, अब मीडिया में आई उनके इस सर्टिफिकेट ने उन सभी लोगों को सवालिया कठघरे में लाकर खड़ा कर दिया है, जो लगातार इस बात का दावा कर रहे हैं कि महंत पढ़े लिखे नहीं तो भला वो सात पेज का सुसाइड नोट कैसे लिख सकते हैं।

Narendra-Giri-

बताते चलें कि नरेंद्र गिरि मौत मामले में न्यायिक हिरासत में पहुंच चुके आनंद गिरि ने भी इस प्रकरण की शुरुआत यही कहते हुए की थी कि नरेंद्र गिरि ने आज तक कोई खत नहीं लिखा था तो भला सुसाइड नोट कैसे लिख सकते हैं, लेकिन अब जब सुसाइड नोट में लिखी बातों का खुलासा हो चुका है तो यह साफ जाहिर होता है कि  आनंद गिरि भला क्यों बार-बार महंत नरेंद्र गिरि के अशिक्षित होने का दावा कर रहा था। वजह साफ है कि महंत नरेंद्र गिरि ने अपने सुसाइड नोट में आनंद गिरि पर मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप  लगाया है। ऐसे में खुद के बचाव में आनंद का इस तरह का दावा ज्यादा चौंकाने वाला नहीं है।

Highschool

मामा ने भी किया बड़ा दावा

बात महज 10वीं कक्षा की सार्टिफिकेट की नहीं है, बल्कि महंत नरेंद्र गिरि के मामा ने मीडिया से मुखातिब होते हुए कहा है कि नरेंद्र गिरि ने 10वीं पास करने के बाद बैंक में क्लर्क की नौकरी की थी। अब जिस जमाने में नरेंद्र गिरि के क्लर्क की नौकरी कहने की बात उनके मामा ने कही है, उसे जमाने में किसी को हिंदी लिखने या पढ़ने न आए यह बात कुछ हजम नहीं हो रही है। खैर, नरेंद्र गिरि का 10वीं कक्षा का यह प्रमाणपत्र पुलिस जांच में एक अहम कड़ी के रूप में उभरकर सामने आएगा।

Narandra Giri

वहीं, उन लोगों से सवाल पूछना लाजिमी है, जो नरेंद्र गिरि की शैक्षिक योग्यता पर सवाल उठाकर पूरे मसले को नया एंगल देने की कोशिश कर रहे हैं। गौरतलब है कि बीते दिनों महंत नरेंद्र गिरि का शव फंदे से लटकता हुआ मिला था। इस बीच कुछ लोगों ने इस पूरे मसले को आत्महत्या बताया तो कुछ ने हत्या बताया, लेकिन फिलहाल अंतिम तौर पर जांच होने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ केंद्र सरकार से इस पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच कराने की सिफारिश कर चुके हैं।