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BJP Vs Mamata: बीजेपी के खिलाफ फिर ममता ने खोला मोर्चा, त्रिपुरा सरकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में तृणमूल

ममता बनर्जी और तृणमूल ने बीजेपी के खिलाफ संसद सत्र से पहले मोर्चा खोलने का इतिहास कायम कर रखा है। इससे पहले भी संसद सत्र या उससे ठीक पहले ममता बनर्जी दिल्ली आती रही हैं और बीजेपी के खिलाफ अभियान चलाती रही हैं।

नई दिल्ली। तृणमूल कांग्रेस और उसकी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने एक बार फिर बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मामला त्रिपुरा से जुड़ा है। ममता बनर्जी दिल्ली के दौरे पर आ रही हैं। वहीं, त्रिपुरा के मसले पर धरना देने के लिए टीएमसी के 16 सांसद दिल्ली में हैं। इन सांसदों ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलने का वक्त मांगा है। दूसरी ओर, त्रिपुरा के मसले पर टीएमसी ने सुप्रीम कोर्ट में अवमानना की अर्जी दाखिल की है। पार्टी ने कहा है कि कोर्ट के आदेश के बाद भी त्रिपुरा में निकाय चुनावों के दौरान हालात खराब हो रहे हैं। ऐसे में कोर्ट वहां के अफसरों पर कार्रवाई करे। इस अर्जी पर कल सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। त्रिपुरा में पुलिस ने टीएमसी की राज्य सचिव शायनी घोष को कल गिरफ्तार कर लिया था। ममता की पार्टी आरोप लगा रही है कि बीजेपी वहां उसके बड़े नेताओं की रैली नहीं होने दे रही है। ममता के भतीजे और सांसद अभिषेक बनर्जी ने अगरतला में रैली की योजना बनाई थी, लेकिन त्रिपुरा पुलिस ने कोरोना का हवाला देकर इस रैली को मंजूरी नहीं दी। रविवार को अभिषेक को अगरतला एयरपोर्ट पर उतरने की मंजूरी भी नहीं दी गई थी। इसी से ममता भड़की हुई हैं।

त्रिपुरा की पुलिस ने शायनी घोष को गिरफ्तार करने के बारे में कहा था कि दोनों पक्षों के बीच तनाव को देखते हुए ये कदम उठाया गया। वहीं, टीएमसी सांसद सौगत रॉय के मुताबिक शायनी की गिरफ्तारी और अभिषेक बनर्जी की रैली न होने देने के खिलाफ पार्टी के सभी सांसद धरना देंगे। शायनी पर शनिवार को एक जनसभा के दौरान त्रिपुरा के सीएम बिप्लब देब को धमकी देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। उनपर हत्या की कोशिश की धारा लगाई गई है। पश्चिमी त्रिपुरा के एडिशनल एसपी बीजे रेड्डी का कहना है कि शायनी, बीजेपी कार्यकर्ताओं को जान से मारने की कोशिश कर रही थीं। बीजेपी के कार्यकर्ता एक जनसभा में थे। रेड्डी के मुताबिक सबूत मिलने पर शायनी के खिलाफ 307 और 153 के तहत केस दर्ज किया गया है।

Mamata Banerjee

बता दें कि ममता बनर्जी और तृणमूल ने बीजेपी के खिलाफ संसद सत्र से पहले मोर्चा खोलने का इतिहास कायम कर रखा है। इससे पहले भी संसद सत्र या उससे ठीक पहले ममता बनर्जी दिल्ली आती रही हैं और बीजेपी के खिलाफ अभियान चलाती रही हैं। अब संसद के शीतकालीन सत्र से पहले दिल्ली आकर वह बीजेपी विरोधी विपक्ष को एकजुट करने की कोशिश में फिर जुटी हैं।