नई दिल्ली। रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है। उन्होंने अपने पत्र में रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध और भारत के रूख पर क्या कुछ टिप्पणी की है। हम आपको आगे की रिपोर्ट में उन सभी मसलों के बारे में तफसील से बताएंगे। लेकिन उससे पहले यह जान लीजिए कि वर्तमान में रूसी राष्ट्रपति पुतिन की आक्रमकता यूक्रेन के खिलाफ बढ़ती ही जा रही है। अब तो पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए अपने परमाणु बलों को सक्रिय करने का निर्देश भी दे दिया है, जिसके बाद से इस बात की संभावना तेज हो चुकी है कि रूस यूक्रेन पर कभी-भी परमाणु हमला कर सकता है। वहीं, विश्व का एक धड़ा रूस को यूक्रेन के खिलाफ अपनी आक्रमकता को कम करने के लिए कह रहा है। अब ऐसे में यह देखना होगा कि रूस की इन दबाव के आगे रूस की क्या कुछ प्रतिक्रिया रहती है। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन आइए उससे पहले यह जान लेते हैं कि रूस-यूक्रन युद्ध को लेकर भारत में कैसी है राजनीतिक स्थिति और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को उक्त संदर्भ में लिखे अपने खत में क्या कुछ कहा है।
ममता ने अपने पत्र में क्या कहा?
दरअसल, रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को लिखे अपने पत्र में कहा कि वर्तमान में सर्वदलीय बैठक बुलाए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर केंद्र की मोदी सरकार को समर्थन देने का ऐलान भी किया है। उन्होंने अपने लिखे में पत्र में यह भी कहा कि बेशक राजनीतिक गतिविधियों की वजह से हमारी सियासी विचारधाराएं अलग हो सकती हैं, लेकिन राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मसलों को लेकर हम सभी को एकजुट हो जाने की जरूरत है ।उन्होंने अपने पत्र में यह भी लिखा कि ‘मैं आपसे मौजूदा अंतरराष्ट्रीय संकट के दौरान मेरे बिना शर्त समर्थन को स्वीकार करने और अंतरराष्ट्रीय शांति तथा गैर-आक्रामकता संबंधी देश के रुख के अनुरूप संकट से उबरने के राष्ट्रीय संकल्प के लिए एक सर्वदलीय बैठक बुलाने पर विचार करने का आग्रह करती हूं।’
उन्होंने पीएम मोदी को लिखे में अपने पत्र में कहा कि, ‘दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र होने के नाते, भारत को दुनिया को शांतिपूर्ण समाधान देने के लिए आगे आना चाहिए और हमें ऐसा बिना किसी हिचकिचाहट के करना चाहिए।’ बता दें कि जिस तरह से ममता ने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर केंद्र सरकार को खत लिका है, उसे लेकर सियासी गलियारों में जमकर चर्चा हो रही है। इससे पहले लोगों में यह जानने की आतुरता भी चरम पर थी कि आखिर रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर भारत में राजनीतिक स्थिति कैसी है, तो आपको बताते चलें कि वर्तमान में सभी दलों के सियासी नुमाइंदे केंद्र की मोदी सरकार से यूक्रेन में फंसे हिंदुस्तानियों को स्वदेश पर जोर दे रहें और केंद्र सरकार द्वारा इस मोर्चे पर अभी तक संतुष्टिजनक कार्य किए गए हैं।