newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Mamata Banerjee: मुस्लिम कर्मियों पर मेहरबान ममता सरकार, दिया 4800 रूपए देने का ऐलान

Mamta Government : यही नहीं, इस मौके पर बंगाल सरकार की तरफ से निगम के सभी मस्लिम कर्मियों के डीए, बोनस और प्रमोशन में इजाफे की बात कही गई है। ध्यान रहे कि ममता बनर्जी का उक्त ऐलान अभी खासा सुर्खियों में है। इस संदर्भ में निगम की तरफ से परिपत्र भी जारी किया गया है।

नई दिल्ली। चलिए चलते हैं बंगाल। जहां चलता है ममता बनर्जी का राज और जिनकी रहती है, हर मसले पर केंद्र से रार। अब एक बार फिर से ममता बनर्जी अपने बड़े ऐलान की वजह से सुर्खियों में छा गईं हैं। लेकिन इस बार उनके सुर्खियों में आने की वजह उनका कोई बयान या फिर केंद्र की मोदी सरकार पर साधा  गया कोई निशाना नहीं, बल्कि उनका बड़ा ऐलान है, जिसे लेकर वे अभी खासा सुर्खियों में हैं। आइए, आगे आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।दरअसल, उन्होंने ईद के मौके पर सभी मुस्लिम कर्मचारियों को तोहफा देने का ऐलान किया है। इसके लिए बकायदा सर्कलूर भी जारी किया गया है। बता दें कि इस संदर्भ में पर्यटन विकास लिमिटेड की तरफ से सर्कुलर जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है कि प्रत्येक मुस्लिम कर्मचारियों को 4800 रुपए बोनस के रूप में दिया जाए।

ईद पर ममता बनर्जी की हुंकार, अच्छे दिन आएंगे, हम डरे नहीं हैं, हम लड़ना जानते हैं- Hum Samvet

यही नहीं, इस मौके पर बंगाल सरकार की तरफ से निगम के सभी मस्लिम कर्मियों के डीए, बोनस और प्रमोशन में इजाफे की बात कही गई है। ध्यान रहे कि ममता बनर्जी का उक्त ऐलान अभी खासा सुर्खियों में है। इस संदर्भ में निगम की तरफ से परिपत्र भी जारी किया गया है, जिसमें मुस्लिम कर्मियों को दिए जाने बोनस के बारे में उल्लेख किया गया है। वहीं, सियासी पंडितों की मानें तो अब ममता बनर्जी अपने उक्त ऐलान के बाद सवालिया कटघरे में खड़ी की जा सकती हैं।

ममता बनर्जी ने BJP पर साधा निशाना, कहा- बांटो और राज करो की नीति अच्छी नहींदरअसल, पिछले कई दिनों से निगम कर्मियों द्वारा प्रदेश सरकार से बढ़ती महंगाई को ध्यान में रखते हुए महंगाई भत्ता बढ़ाए जाने की मांग की जा रही है, लेकिन ममता उनकी मांगों को दरकिनार कर अब मुस्लिम कर्मियों पर मेहरबान हो रही है, जिसे लेकर संभवत: आगामी दिनों में उन पर निशना साधा जा सकता है। हालांकि, अभी तक उनके उपरोक्त ऐलान  पर किसी भी सियासी दलों की तरफ से कोई भी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। अब ऐसी स्थिति में यह पूरा माजरा क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।