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Protest: शिया धर्मगुरु मौलाना यासूब अब्बास ने किया तालिबान का विरोध, तारीफ करने वालों के लिए कहा ऐसा

Protest: मौलाना यासूब अब्बास ने बयान में तालिबान की तुलना यजीद से की। उन्होंने कहा कि यजीद के खिलाफ जंग लड़कर हजरत हुसैन ने इस्लाम को बचाया था। तालिबान तो यजीद की तरह काम कर रहा है और कुछ लोग उन्हें इस्लाम का रक्षक बता रहे हैं। उन्होंने इसे शर्मनाक करार दिया है।

लखनऊ। शिया धर्मगुरु और ऑल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड के जनरल सेक्रेटरी मौलाना यासूब अब्बास ने तालिबान का जमकर विरोध किया है। उन्होंने अफगानिस्तान पर तालिबान के हुकूमत की तारीफ करने वालों पर भी निशाना साधते हुए ऐसे लोगों को गलत बताया है। बता दें कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता सज्जाद नोमानी, सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क समेत कई मुस्लिम नेताओं ने तालिबान की तारीफ में पलक-पांवड़े बिछाए थे।
मौलाना यासूब अब्बास ने अपने बयान में सवाल उठाया कि कंधे पर एके-47 रायफल टांगे ये कौन सा इस्लाम है। उन्होंने कहा कि जिस तालिबान के इस्लाम की तारीफ हो रही है, वह गले जोड़ने वाला नहीं बल्कि काटने वाला है। मौलाना ने ये भी कहा कि जो लोग भारत में इनकी तारीफ कर रहे हैं, वे भी विरोध के काबिल हैं। मौलाना अब्बास ने कहा कि तालिबान ने अफगानिस्तान में सिर्फ हिंदू ही नहीं, शिया मुसलमानों के साथ भी ज्यादती की है।

Maulana Yasoob Abbas

मौलाना यासूब अब्बास ने बयान में तालिबान की तुलना यजीद से की। उन्होंने कहा कि यजीद के खिलाफ जंग लड़कर हजरत हुसैन ने इस्लाम को बचाया था। तालिबान तो यजीद की तरह काम कर रहा है और कुछ लोग उन्हें इस्लाम का रक्षक बता रहे हैं। उन्होंने इसे शर्मनाक करार दिया है।

बता दें कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के प्रवक्ता सज्जाद नोमानी ने तालिबान की तारीफ करते हुए उन्हें भारतीय मुसलमानों की ओर से सलाम किया था। वहीं, सपा सांसद शफीकुर्रहमान बर्क ने तालिबान को आजादी का योद्धा बताया था और इस मामले में उनके खिलाफ केस दर्ज हो चुका है। पीस पार्टी के प्रवक्ता ने भी तालिबान की तारीफ में ट्विटर पर पोस्ट किया था, लेकिन बाद में उसे डिलीट कर दिया।