नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) के ‘सभी भारतीयों का डीएनए एक होने’ के बयान को लेकर सियासत जारी है। एक के बाद एक सभी विपक्ष दल इस मुद्दे को लेकर बयान दे रहे है और जमकर सियासत भी कर रहे है। AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi), कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बाद अब बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। मायावती ने कहा कि उनका यह बयान ‘मुंह में राम बगल में छूरी’ जैसा है। उन्होंने मोहन भागवत के बहाने भाजपा भी हमला बोला है।
मीडिया से बात करते हुए बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा कि, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के कल एक कार्यक्रम में भारत में सभी धर्मों के लोगों का डीएनए एक होने की बात किसी के भी गले के नीचे आसानी से नहीं उतरने वाली है। आरएसएस और बीजेपी एंड कंपनी के लोगों तथा इनकी सरकारों की कथनी व करनी में अंतर सभी देख रहे हैं। आगे उन्होंने कहा कि, आरएसएस के सहयोग और समर्थन के बिना बीजेपी का अस्तित्व कुछ भी नहीं है। फिर भी आरएसएस अपनी कही गई बातों को बीजेपी और इनकी सरकारों से लागू क्यों नहीं करवा पा रही है।?
आरएसएस के सहयोग और समर्थन के बिना बीजेपी का अस्तित्व कुछ भी नहीं है। फिर भी आरएसएस अपनी कही गई बातों को बीजेपी और इनकी सरकारों से लागू क्यों नहीं करवा पा रही है? :मायावती, बसपा प्रमुख https://t.co/ZEWzNQYKD7
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 5, 2021
RSS प्रमुख भागवत ने कहा था कि, यह सिद्ध हो चुका है कि हम पिछले 40,000 वर्षों से एक ही पूर्वजों के वंशज हैं। भारत के लोगों का डीएनए एक जैसा है। हिंदू और मुसलमान दो समूह नहीं हैं, एकजुट होने के लिए कुछ भी नहीं है, वे पहले से ही एक साथ हैं। बता दें कि मोहन भागवत ने यह बात गाज़ियाबाद में “दि मीटिंग्स ऑफ माइंड्स” नामक बुक की लॉन्चिंग के मौके पर कही।
यहां सुनिए RSS प्रमुख भागवत का पूरा भाषण –