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Coronavirus: मोदी सरकार ने की है ऐसी जोरदार तैयारी, कोरोना की तीसरी लहर नहीं पड़ सकेगी हम और आप पर भारी

Coronavirus: सरकार ने देशभर के लिए कुल 1573 ऑक्सीजन प्लांट पीएम केयर्स के तहत लगाने का फैसला किया था। इसमें से 293 में ऑक्सीजन का प्रोडक्शन शुरू हो गया है। जबकि, अलग-अलग केंद्रीय मंत्रालय भी 351 ऑक्सीजन प्लांट लगवा रहे हैं। ये सभी प्लांट सितंबर तक हर हाल में काम करना शुरू कर देंगे।

नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान देशभर में ऑक्सीजन और जान बचाने वाली दवाइयों के लिए हाहाकार मचा था। इस वजह से वायरस ने जमकर तांडव मचाया था। इस बार कोरोनावायरस अगर तीसरी लहर लेकर लौटा, तो वह कहर नहीं बरपा सकेगा। कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए मोदी सरकार ने जबरदस्त तैयारी की है। मोदी सरकार का पूरा फोकस इस वक्त ज्यादा से ज्यादा देशवासियों को कोरोना का वैक्सीनेशन कराना है। इसके अलावा वह तीसरी लहर से निपटने के लिए जरूरी दवाइयों का स्टॉक तैयार कर रही है। सूत्रों के मुताबिक रेमडेसिविर इंजेक्शन के 50 लाख वायल सरकार ने स्टॉक कर लिए हैं। पिछली बार के मुकाबले इसे ज्यादा तादाद में बनाया जा रहा है। रेमडेसिविर को 7 कंपनियां बनाती हैं। हर महीने करीब 3 करोड़ वायल ये कंपनियां बना रही हैं। बात करें टोसिलीजुमाब इंजेक्शन की, तो इसे भी आयात किया जा रहा है। जान बचाने वाले इस इंजेक्शन को बनाने का लाइसेंस स्विटजरलैंड की कंपनी हॉफमैन ला रोशे के पास है। उससे लाइसेंस लेकर देश में ही टोसिलीजुमाब बनाने की तैयारी भी मोदी सरकार कर रही है।

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अब ऑक्सीजन की तैयारी भी देख लेते हैं। सरकार ने देशभर के लिए कुल 1573 ऑक्सीजन प्लांट पीएम केयर्स के तहत लगाने का फैसला किया था। इसमें से 293 में ऑक्सीजन का प्रोडक्शन शुरू हो गया है। जबकि, अलग-अलग केंद्रीय मंत्रालय भी 351 ऑक्सीजन प्लांट लगवा रहे हैं। ये सभी प्लांट सितंबर तक हर हाल में काम करना शुरू कर देंगे। दूसरी लहर के दौरान विदेश से 1244 ऑक्सीजन टैंकर मंगाए गए थे। ये भी काम आएंगे। वहीं, 2 लाख से ज्यादा ऑक्सीजन सिलेंडर भी तैयार हैं।

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मोदी सरकार इस साल के अंत में सभी योग्य नागरिकों को वैक्सीन लग जाने के बाद वैक्सीन का निर्यात फिर शुरू कर सकती है। अब भारत में मॉडर्ना और जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन भी आने वाली है। पहले से ही कोविशील्ड, कोवैक्सीन और रूस की स्पूतनिक यहां मौजूद हैं। ऐसे में वैक्सीन निर्यात कर मैत्री बढ़ाने का काम सरकार फिर शुरू करेगी। बता दें कि दूसरी लहर से पहले मोदी सरकार ने जिन देशों को मुफ्त में वैक्सीन दी थी, उन्होंने संकट के समय भारत की जमकर मदद की। हालांकि, इस वैक्सीन मैत्री पर विपक्ष ने जमकर हंगामा भी किया और मोदी को निशाने पर लिया था।