नई दिल्ली। समय-समय पर आम जनमानस को फायदा पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार की ओर से कई तरह की योजनाएं शुरू की जाती हैं। इन योजनाओं का एकमात्र ध्येय लोगों को आर्थिक मोर्चे पर फायदा पहुंचाना होता है। वहीं, अगर इस दिशा में केंद्र की मोदी सरकार की कार्यशैली की बात करें, तो अब तक आम लोगों को पहुंचाने की दिशा में कई योजनाएं शुरू की जा चुकी हैं। इसी बीच साल 22 जनवरी 2015 को केंद्र सरकार ने बेटियों को फायदा पहुंचाने हेतु ‘सुकन्या समृद्धि योजना’ की शुरुआत की थी। आइए, आगे आपको इस योजना के बारे में विस्तार से बताते हैं।
दरअसल, यह योजना के तहत बेटियों के पिता के नाम पर बैंक या डाकघर में खाता खोलने का प्रावधान था। खाता खोलने की न्यूनतम राशि 250 रुपए और अधिकतम राशि 1.5 लाख रुपए निर्धारित है। इस खाता को बेटियों को उच्च शिक्षा सहित शादी में होने वाले खर्च को वहन करने की तरीका था। बता दें कि इससे पहले, सुकन्या समृद्धि योजना 2021 के तहत, ब्याज दर 9.1 प्रतिशत थी, जिसे अब घटाकर 8.6 प्रतिशत कर दिया गया है। यह खाता तब तक संचालित किया जाता है, जब तक कि बेटी 18 या 21 साल की नहीं हो जाती है। खाते से पढ़ाई के लिए 50 फीसद राशि निकालने का प्रावधान था। इस योजना में खुद को पंजीकृत कराने के लिए आप आरबीआई की वेबसाइट पर जा सकते हैं, वहां इस योजना के तहत लाभान्वित होने की पूरी प्रक्रिया प्रतिपादित की गई है। उधर, अब इस योजना से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। आइए, आगे आपको इसके बारे में विस्तार से बताते हैं।
दरअसल, खबर आई है कि इंडिया पोस्ट का औसत सालाना 33 लाख सुकन्या समृद्धि खाते खोलते हैं। पिछले 8 वर्षों में कुल 2.7 करोड़ खाते खोले गए हैं। इंडिया पोस्ट द्वारा एकम और अमृत काल की शुरुआत के उपलक्ष्य में 7.5 लाख सुकन्या समृद्धि खाता खोलने के उद्देश्य से एक विशेष जागरूकता अभियान (1 फरवरी से 8 फरवरी) शुरू किया गया था। परिणामस्वरूप दो दिनों (9 और 10 फरवरी) में, पूरे भारत में 1 लाख से अधिक डाकघरों में कुल 10,90,000 सुकन्या समृद्धि खाते खोले गए। बहरहाल, अब आगामी दिनों में इस योजना को लेकर लोगों की मनोदशा कैसी रहती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम