newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Mukhtar Ansari: मुख्तार को UP ट्रांसफर करने से पहले पंजाब सरकार ने लिखी योगी सरकार को चिट्ठी, की ये मांग

Mukhtar Ansari: पंजाब सरकार(Punjab Government) ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार(Yogi Government) को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें मुख्तार की सुरक्षा को लेकर अपनी चिंता जताई है। चिट्ठी में कहा गया है कि, मुख़्तार अंसारी की कस्टडी हस्तांतरण होते ही उसे यूपी की बांदा जेल भेजा जाए।

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के बाहुबली माफिया मुख्तार अंसारी को पंजाब से यूपी की जेल में शिफ्ट करने को लेकर पंजाब सरकार की तरफ से कई दांव पेंच खेले गए लेकिन अब अदालत के दखल के बाद मुख्तार अंसारी को यूपी में आना ही होगा। ऐसे में पंजाब सरकार ने उत्तर प्रदेश की योगी सरकार को एक चिट्ठी लिखी है, जिसमें मुख्तार की सुरक्षा को लेकर अपनी चिंता जताई है। चिट्ठी में कहा गया है कि, मुख़्तार अंसारी की कस्टडी हस्तांतरण होते ही उसे यूपी की बांदा जेल भेजा जाए। बता दें कि पंजाब के अपर मुख्य सचिव गृह ने यूपी के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी को पत्र लिखकर कहा है कि, 8 अप्रैल से पहले मुख्तार अंसारी का हैंडओवर लिया जाय। गौरतलब है कि मुख्तार अंसारी को पंजाब की रूपनगर जेल से यूपी पुलिस को सौंपा जाएगा। हालांकि इस बीच मुख्तार की 12 अप्रैल को पंजाब में एक मामले में सुनवाई भी होनी है, ऐसे में इस सुनवाई के लिए मुख्तार अंसारी 12 अप्रैल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश होगा।

yogi mukhtar amrindar

बता दें कि पंजाब के अपर मुख्य सचिव गृह ने मुख्तार अंसारी के लिए विधिवत सुरक्षा के इंतजाम करने को कहा है, साथ ही ये भी कहा कि, उसके लिए मेडिकल व्यवस्थाएं की जाएं। पंजाब सरकार ने मुख्तार अंसारी के स्वास्थ्य संबंधी चिंताएं भी व्यक्त की हैं। वहीं पत्र में ACS पंजाब ने कहा है कि, मुख्तार की शिफ़्टिंग के लिए वाहन का बंदोबस्त करते वक्त उसके मेडिकल रिपोर्टस का ध्यान रखा जाए।

punjab letter to UP Gvoernment over to Mukhtar

गौरतलब है कि, ACS पंजाब ने अपनी चिट्ठी में मोहाली कोर्ट में मुख्तार की VC से पेशी का भी ज़िक्र किया है। वहीं जिस एंबुलेंस से मुख्तार मोहाली कोर्ट पहुंचा था, उसके लेकर बवाल बढ़ गया है। बता दें कि जिस एंबुलेंस से मुख्तार कोर्ट तक पहुंचा था उसका रजिस्ट्रेशन बाराबंकी में श्याम सन अस्पताल के नाम से मिला है। हालांकि इस एंबुलेंस का रजिस्ट्रेशन 5 साल पहले ही खत्म हो चुका है। इतना ही नहीं, जिस अस्पताल के नाम से एंबुलेंस का रजिस्ट्रेशन हुआ है, उस नाम से कोई अस्पताल ही नहीं है। बता दें कि परिवहन विभाग में एंबुलेंस मालिक का जो नंबर दिया गया है, वो भी गलत है। ऐसे में अब भाजपा विधायक अलका राय ने सवाल उठाए हैं।

mukhtar ambulance

गौरतलब है कि कृष्णानंद राय की पत्नी व गाजीपुर की मुहम्मदाबाद विधानसभा से भाजपा विधायक अलका राय ने कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा है। अलका राय ने आरोप लगाते हुए कहा है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा की सरकार(पंजाब की कांग्रेस की सरकार) माफिया डॉन मुख्तार को बचाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही है।

राय ने आरोप लगाया है कि मुख्तार अंसारी को तथाकथित जिस एंबुलेंस में कोर्ट में लाया गया वह एंबुलेंस अंसारी को किसने मुहैया कराई? बता दें कि अलका राय ने इस मामले की जांच की मांग की है। अलका राय का कहना है कि, यह एंबुलेंस थी या माफ़िया डॉन की लग्जरी गाड़ी, जांच इसकी भी होनी चाहिए। आखिर यह गाड़ी किन हालातों में पंजाब पहुंची जोकि UP के रजिस्ट्रेशन के नम्बर की है। यह एक बड़ा सवाल है कि आखिर माफिया डॉन कैसे इस गाड़ी पर घूम रहा है?

बता दें कि बाराबंकी ARTO विभाग के सूत्रों से जानकारी मिली है कि बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी जिस एंबुलेंस (UP41 AT 7171) पर सवार होकर मोहाली की अदालत में पहुंचा था उसका रजिस्ट्रे​​​​​​शन 2015 में ही खत्म हो चुका है। इसके साथ ही इस एंबुलेंस का फिटनेस सर्टिफिकेट भी 2017 में एक्सपायर हो चुका है। हद तो ये है कि बाराबंकी स्वास्थ्य विभाग के पास भी इस एंबुलेंस को लेकर कोई जानकारी नहीं है।