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Mukhtar Ansari: बांदा जेल में शिफ्टिंग के बाद मुख्तार अंसारी के लिए एक और मुसीबत, 19 अप्रैल है काफी अहम

Mukhtar Ansari : गौरतलब है कि इस मामले में मुख्तार अंसारी के अलावा युसुफ चिश्ती, आलम, कल्लू पंडित व लालजी यादव पर आरोप तय होना है। युसुफ चिश्ती व आलम न्यायिक हिरासत में जेल में हैं।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में माफिया और बाहुबलियों के दिन योगी सरकार में बेहद खराब चल रहे हैं। योगी सरकार की सख्त कार्रवाई के चलते प्रदेश में कई भूमाफियाओं पर संकट के बादल छा गए हैं। ऐसे लोगों का सारा गोरखधंधा ठप हो चुका। बता दें कि पूर्वांचल का माफिया कहे जाने वाले मुख्तार अंसारी के भी दिन अच्छे नहीं चल रहे हैं। पंजाब रोपड़ जेल में बंद रहे मुख्तार अंसारी को यूपी लाने के लिए योगी सरकार ने अपना जोर लगा दिया। अब हालत ये है कि मुख्तार अंसारी उत्तर प्रदेश की बांदा जेल शिफ्ट हो चुका है। बता दें कि योगी सरकार में मुख्तार अंसारी की मुसीबतें यही नहीं खत्म होती, इसके बाद भी योगी सरकार में मुख्तार की परेशानी और बढ़ने वाली है। दरअसल अप्रैल की 19 तारीख को मुख्तार पर दो अन्य मामलों में आरोप तय होने हैं। एमपीएमएलए(MPMLA) कोर्ट के विशेष जज पवन कुमार राय ने कारापाल व उपकारापाल पर हमला करने, जेल में पथराव करने व जानमाल की धमकी देने के एक मामले में विधायक मुख्तार अंसारी व अन्य अभियुक्तों पर आरोप तय करने के लिए 19 अप्रैल की तारीख तय की है।

गौरतलब है कि इस मामले में मुख्तार अंसारी के अलावा युसुफ चिश्ती, आलम, कल्लू पंडित व लालजी यादव पर आरोप तय होना है। युसुफ चिश्ती व आलम न्यायिक हिरासत में जेल में हैं। जबकि कल्लू पंडित व लालजी यादव जमानत पर बाहर हैं। इस मामले में सोमवार को मुख्तार समेत बाकी अभियुक्तों की गैर-हाजिरी के चलते आरोप तय नहीं हो सका था, ऐसे में अब 19 अप्रैल को आरोप तय होंगे।

बता दें कि विवेचना के बाद इस मामले में अभियुक्तों के खिलाफ आईपीसी की धारा 147, 336, 353 व 508 में आरोप पत्र दाखिल किया गया था। तीन अप्रैल, 2000 को इस मामले की एफआईआर लखनऊ के कारापाल एसएन द्विवेदी ने थाना आलमबाग में दर्ज कराई थी। वहीं सोमवार को मुख्तार वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मोहाली कोर्ट में पेशी हुई।

Mukhtar Ansari don

पंजाब में दर्ज रंगदारी के मामले में को लेकर प्रभारी जेलर प्रमोद कुमार त्रिपाठी ने बताया कि 10 मिनट तक वीडियो कांफ्रेंसिंग से पेशी हुई। फर्जी पते से लिए गए असलहे में की गई पैरवी के मामले में आरोपित मुख्तार अंसारी की गुरुवार को मऊ कोर्ट में भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बांदा जेल से पेशी हो चुकी है, जिसकी अगली सुनवाई 22 अप्रैल को है।